बाराबंकी: थाना मसौली पुलिस टीम द्वारा दो शातिर मारफीन तस्करों को किया गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 300 ग्राम नाजायज मारफीन बरामद की है,जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग 3 करोड़ के आसपास आंकी गयी है।
अपराध करने के किये अपराधी भी नयी नई योजना बनाया करते है, ऐसा ही मामला जनपद के थाना मसौली क्षेत्रान्तर्गत हुआ जिसमे मार्फीन तस्करों ने तस्करी के काम के लिए पुलिस की नीलामी गाड़ी का प्रयोग करना शुरू कर दिया और गाड़ी में बाकायदा पुलिस का लोगो भी लगा हुआ है। विचारणीय बिंदु यह है कि पुलिस रंग में रंगी लोगो लगी गाड़ी को कौन चेक करेगा लेकिन मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस सक्रिय हुई और मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी डॉ0 अवधेश सिंह के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी रामनगर दिनेशश कुमार दुबे के पर्यवेक्षण में थाना मसौली पुलिस टीम द्वारा मैनुअल इन्टेलीजेन्स के आधार पर दो शातिर अपराधियों देशराज पुत्र महादेव उर्फ नेता निवासी भटपुरवा मजरे सुरसण्डा तथा पिन्टू पुत्र रामकुमार निवासी ग्राम कन्धईपुर को रेलवे क्रासिंग सुरसण्डा से गिरफ्तार किया गया ।
अभियुक्तगण के कब्जे से 300 ग्राम नाजायज मारफीन व पुलिस कलर में पुलिस का लोगो लगी जीप UP 32 BG 2237 एवं 02 मोबाइल फोन बरामद किया गया। अभियुक्तगण के विरूद्ध थाना मसौली पर मु0अ0स0-206/2021 धारा 8/21 एनडीपीएस एक्ट पंजीकृत किया गया। जीप चलाक अभियुक्त भूटू पुत्र हसनू निवासी ग्राम भटपुरवा थाना मसौली जनपद बाराबंकी हाल पता- तालकटोरा जनपद लखनऊ मौके से फरार हो गया जिसकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा प्रयास किया जा रहा है।
अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि अभियुक्तगण के पूछताछ व जांच से प्रकाश में आया कि इनका एक गैंग है जो बहुत ही शातिर है। अभियुक्तगण जैदपुर व अन्य जगहों से मारफीन खरीदकर लखनऊ के तालकटोरा क्षेत्र में तथा जनपद बहराइच में छोटी-छोटी मात्रा में सप्लाई की जाती है । पुलिस चेकिंग आदि से बचने के लिए तस्करी में पुलिस कलर एवं पुलिस का लोगो लगी जीप का इस्तेमाल किया जाता है। अभियुक्त देशराज जो थाना मसौली क्षेत्रान्तर्गत ग्राम सुरसण्डा के शिवमन्दिर पर रहता है, के द्वारा गेरूआ वस्त्र व माला आदि धारण कर जीप में बैठता है और कहीं भी कोई समस्या होने पर अदब में लेकर निकल जाते हैं । देशराज, अप्रैल माह में थाना जैदपुर से मारफीन तस्करी में जेल जा चुका है तथा करीब डेढ़ माह पूर्व जमानत पर आने के बाद दुबारा तस्करी का कार्य किया जा रहा था।
फिलहाल अभियुक्त के विरुद्ध विधिक कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है वही पुलिस प्रत्येक बिन्दुओ पर गहनता से जांच में जुटी हुई है वही प्रकरण का खुलासा करने वाली टीम के उत्साहवर्धन हेतु पांच हजार रुपये के पुरुस्कार की घोषणा भी की गयी है।
रिपोर्ट- नितेश मिश्रा