उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 29 अप्रैल को उत्तर प्रदेश पुलिस के व्हाट्सएप नंबर ‘112’ पर जान से मारने की एक अनजान व्यक्ति द्वारा धमकी दी गई है। संदेश में कहा गया है कि यूपी के सीएम के पास ‘केवल चार दिन बचे हैं’।
सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है और उस नंबर को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है जिससे ये संदेश प्राप्त हुआ था। अज्ञात प्रेषक को गिरफ्तार करने के लिए यूपी पुलिस द्वारा एक अलग टीम के अतिरिक्त एक निगरानी टीम का भी गठन किया गया है।
यह पहली बार नहीं है जब यूपी के सीएम को जान से मारने की धमकी मिली है। इससे पहले पिछले महीने, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जान से मारने की धमकी वाला एक ई-मेल मिला था।
पिछले साल सितंबर, नवंबर और दिसंबर में भी सीएम योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी मिली थी। 2020 में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को एक ईमेल मिला था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारनेकी धमकी दी गई थी।तब एनआईए ने मल्टी-इंटेलिजेंस कोऑर्डिनेशन सेंटर (मैक),जो एक शीर्ष इंटेल असेसमेंट बॉडी है को और गृह मंत्रालय को जारी एक संदेश में कहा था, "एनआईए को एक ईमेल आईडी से कुछ गणमान्य व्यक्तियों / एजेंसियों को धमकी देने वाले कुछ ईमेल मिले हैं। ईमेल की विषय वस्तु स्वतः स्पष्ट है । यह अनुरोध किया जाता है कि इस सम्बंध में यथोचित कार्यवाही की जाए "। लोकतंत्र में आम जनता द्वारा चुने गए राजनेता की कार्यशैली पर अपना गुस्सा या असंतोष व्यक्त करने के लिए हिंसा का कोई स्थान नहीं है ,और बहुत से अहिंसमात्मक तरीके हैं जिनके माध्यम से कोई भी अपने विरोध को मुखर कर सकता हैं।
रिपोर्ट- विकास चन्द्र अग्रवाल