देखिए शिवपाल यादव का वीडियो स्टेटमेंट.
उत्तर प्रदेश की सियासत में कई दशकों से मुलायम सिंह यादव के “दाहिने हाथ” की भूमिका निभाने के बाद अब शिवपाल यादव खुद अपनी राजनीति के रणवीर बन गए हैं। पिछले कुछ दिनों में प्रदेश के कई जनपदों में अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के संगठन को मजबूत करने के साथ ही लखनऊ में एक बड़ी रैली करके शिवपाल यादव ने गैरों के साथ-साथ अपनों को भी हैरान होने के लिए मजबूर कर दिया है ।
बेहद कम समय में प्रदेश की राजनीति में अपनी नई भूमिका को किया मजबूती से स्थापित
बेहद कम समय में शिवपाल यादव ने अपने राजनीतिक किरदार को वह दिशा देने में कामयाबी हासिल की है कि अब उन्हें उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बड़ी ताकत मानना सियासी पंडितों की मजबूरी है ।
सम्मानजनक ऑफर मिलने पर ही किसी भी गठबंधन में होंगे शामिल, नहीं तो अकेले सभी सीटों पर अपने कार्यकर्ताओं को लड़ाआएंगे चुनाव…
मायावती और अखिलेश यादव के गठबंधन का सियासी पुलाव पक रहा है, और कांग्रेस को फिलहाल उस में जगह नहीं मिल पा रही है। ऐसे में शिवपाल यादव ने एक बड़ा राजनीतिक दांव चलते हुए गेंद एक साथ अखिलेश मायावती और कांग्रेस के पाले में उछाल दी है, भाजपा को रोकने के लिए 2019 में इन दलों को अगर शिवपाल का सहारा चाहिए तो उन्हें सम्मानजनक तरीके से सीटों का बंटवारा करना होगा नहीं तो शिवपाल यादव ने अपने संगठन को प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर बूथ स्तर तक मजबूत टीम बनाने के निर्देश दिए हैं ।
चुनावी प्रबंधन के महागुरु हैं शिवपाल…
बूथ मैनेजमेंट से लेकर वोट बैंक मैनेजमेंट तक का व्यापक अनुभव रखने वाले शिवपाल यादव का कहना है-की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी नेताजी मुलायम सिंह यादव के निर्देशों पर उनकी अनुमति लेकर बनाई गई है ,और यह पार्टी उत्तर प्रदेश में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है यदि सम्मानजनक सीटें मिलती हैं । तो किसी भी गठबंधन में शामिल होकर बीजेपी को रोकने के लिए योगदान देंगे नहीं तो अपने दम पर मजबूती से सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
ऊंचे मनोबल से कम समय में पार्टी को प्रदेश की सियासत की मुख्यधारा में लाने में रहे कामयाब..
शिवपाल का ऊंचा मनोबल उनके राजनीतिक विरोधियों को सोचने पर मजबूर कर रहा है कि बेहद कम समय में अपनी पार्टी को प्रदेश की राजनीति की मुख्यधारा में लाने में सफल रहने के बाद अब सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ाने की योजना कहीं उन दलों के सियासी समीकरण को ध्वस्त ना कर दे जो खुद को यूपी की लोकसभा सीटों पर गेम चेंजर मान रहे हैं l
महापुरुषों देवी देवताओं को जातियों में बांटने वालों को बताया छोटी सोच के लोग ।
राजनीति और समाज से जुड़े किसी भी मुद्दे पर शिवपाल यादव काफी सधे हुए बयान देते हैं । गठबंधन पर जहां उन्होंने बेहद नपा तुला बयान दिया, वही हनुमान जी की जाति धर्म बताने वाले नेताओं को भी उन्होंने “छोटी सोच वाले लोग” कहते हुए एक संदेश देने की कोशिश की है कि राजनीति में भाषा का संतुलन बहुत जरूरी है ।