*उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस का बड़ा दांव, आखिरकार चला ही दिया “प्रियंका ब्रह्मास्त्र”..लंबे इंतजार के बाद राहुल की नैया पार लगाने को राजनीत में उतरी प्रियंका गांधी.. इंडियन ओपिनियन के लिए देवव्रत शर्मा की रिपोर्ट*


उत्तर प्रदेश में लंबे समय से मुरझाई हुई कांग्रेस की सियासत को युवा नेतृत्व की रौनक देने के लिए आखिरकार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बेटी प्रियंका गांधी ने अपनी सहमति दे दी है । और इसी के साथ प्रियंका गांधी को लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेसियों की निराशा दूर करने के लिए प्रदेश महासचिव का पद भी दे दिया गया है।

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पंडित रामकृष्ण द्विवेदी ने, द इंडियन ओपिनियन को बताया की प्रियंका गांधी में कांग्रेस कार्यकर्ता देश की महान नेता और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं, और लंबे समय से कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता यह मांग कर रहे हैं कि प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में उतर कर कांग्रेस के लिए अपना समय दें और कांग्रेस का नेतृत्व करें ।

उनके मुताबिक लोकसभा चुनाव नजदीक है और उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सबसे ज्यादा सीटें हैं । ऐसे में प्रियंका गांधी को बिल्कुल सही समय पर कांग्रेस की राजनीति में उतारा गया है और उसके आने से निश्चित तौर पर कार्यकर्ताओं का उत्साह दोगुना हो जाएगा और लोकसभा चुनाव में भारी सफलता मिलेगी ।

प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में कानूनी कार्रवाई चल रही है । ऐसे में उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों के लिए प्रियंका को सियासत में उतारने का कांग्रेस नेतृत्व का दांव कितने अच्छे परिणाम देगा । यह तो लोकसभा के नतीजे ही बताएंगे, लेकिन इतना तो तय है कि कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं जिसे पार्टी ने लंबे समय से कठिन चुनौतियों के लिए बचा के रखा था और निश्चित तौर पर “प्रियंका ब्रह्मास्त्र” भाजपा के लिए एक चुनौती तो है ही ।