नई दिल्ली:
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के लिए गुरुवार का दिन मुश्किलों से भरा हो सकता है। रांची की साबीआई अदालत चारा घोटाला के चौथे मामले में आज सज़ा का ऐलान करने वाली है।
इससे पहले 5 मार्च को कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई थी जिसके बाद कोर्ट ने 15 मार्च तक के लिए फ़ैसला सुरक्षित रखा था।
मामला दिसंबर 1995 से जनवरी 1996 के बीच दुमका कोषागार से 13.13 करोड़ रुपये फर्जी तरीके से निकालने का है। पैसे जानवरों के खाने के सामान, दवाओं और कृषि उपकरण के वितरण के नाम पर निकाले गए थे।
उस दौरान पैसे के आवंटन की सीमा अधिकतम एक लाख 50 हजार ही थी और लालू राज्य के मुख्यमंत्री थे।
लालू प्रसाद के अलावा, इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा और 30 अन्य भी आरोपी हैं। लालू को चार घोटाले के पहले मामले में वर्ष 2013 में पांच वर्ष की सजा सुनाई गई थी।
इस घोटाले के दूसरे मामले में लालू को 23 दिसंबर 2017 को दोषी ठहराया गया था और 6 जनवरी को साढ़े तीन साल कैद की सजा सुनाई गई थी। तीसरे मामले में उन्हें चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के लिए 24 जनवरी को दोषी ठहराया गया था और पांच साल की सजा दी गई।