*नहरों के मेंटेनेंस में बड़े घोटाले की वजह से नवाबगंज रजवाहा की पटरी बही.. सैकड़ों किसान हुए बर्बाद हजारों बीघा मेंथा टमाटर और केला की फसल हुई नष्ट.. घरों में घुस रहा नहर का पानी.. जरूरत के समय सिंचाई विभाग नहीं देता पानी और बाद में ओवरफ्लो से करता है किसानों को बर्बाद .. शिकायत के बाद भी समय से नहीं पहुंचे जिम्मेदार अधिकारी.. पीड़ित किसानों ने डीएम से लगाई कार्यवाही की गुहार.. पढ़िए “द इंडियन ओपिनियन” मो शकील की रिपोर्ट*


बाराबंकी -जैदपुर इलाके के खुशहालपुर गांव के निकट नवाबगंज रजबहा आज सुबह तड़के कट जाने के कारण किसानों की लगभग 500 बीघा मेंथा और सैकड़ों बीघा टमाटर और केला की फसल पूरी तरह डूब कर नष्ट हो गई। ग्रामीणों द्वारा सुबह ही नहर विभाग के अधिकारियों को नहर कटने की सूचना दी गई थी ,लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा यह रहा कि दोपहर के 11:00 बज जाने के बाद भी विभाग का कोई अधिकारी और कर्मचारी मौके पर देखने तक नहीं आया। और देखते ही देखते किसानों की सैकड़ों बीघा फसल पानी में डूबकर बर्बाद हो गई। थोड़ी देर बाद ही खुशहालपुर गांव में पानी घरों की ओर घुसने लगा। थोड़ी ही देर में आधा गांव पानी की चपेट में आ गया और पानी लोगों के घरों में घुसने लगा।

ग्रामीणों का कहना है कि विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते नहर कटी है, क्योंकि नहर की पटरियों की देखरेख विभाग के कर्मचारी सही तरीके से नहीं करते हैं। जिसका खामियाजा हम किसानों को भुगतना पड़ता है ,किसानों का कहना है कि जितनी हम लोगों की फसल बर्बाद हुई है उसकी जांच कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाए, और भविष्य में इस तरह की लापरवाही विभागीय कर्मचारियों द्वारा ना की जाए कि जिससे किसान की कमर टूट जाए।