बाराबंकी में तैनात युवा आई.ए.एस का कमाल ,आम जनता के साथ साथ कर्मचारियों का भी दिल जीता, सरकारी दफ्तरों में बेहतर जनसेवा और अनुशासन के लिए लागू किया ‘कॉरपोरेट वर्क कल्चर’.. देखिए वीडियो कवरेज के साथ “द इंडियन ओपिनियन” के लिए आदित्य यादव की रिपोर्ट..

<strong><strong

देखिए आई.ए .एस अजय से संबंधित वीडियो कवरेज

भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था में आईएएस अधिकारियों की एक खास भूमिका है…

बहुत से आईएएस अधिकारी सामान्य तौर पर नौकरी करके अपना समय गुजार देते हैं लेकिन ऐसे अफसर भी हमारे देश में बड़ी संख्या में है ,जो व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए न सिर्फ नई योजनाएं बनाते हैं ,बल्कि कड़ी मेहनत करके उन योजनाओं को धरातल पर लागू भी करते हैं । राजधानी लखनऊ से लगे बाराबंकी जिले में पिछले कुछ महीनों से युवा आईएएस अफसर अजय द्विवेदी की काफी चर्चा हो रही है |

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अजय द्विवेदी ने सिरौलीगौसपुर के बाद मुख्यालय की नवाबगंज तहसील का कायाकल्प शुरू किया..

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में जिले में तैनात अजय द्विवेदी को पहले सिरौलीगौसपुर तहसील का चार्ज दिया गया , कुछ महीनों के ही कार्यकाल में अजय द्विवेदी ने सिरौलीगौसपुर तहसील की व्यवस्थाओं को ऐसा बेहतर स्वरूप प्रदान किया ,कि इस तहसील को जन उपयोगी सेवाओं और शासन की नीतियों को सर्वोत्तम तरीके से लागू करने के लिए आईएसओ मानक का प्रमाण पत्र मिल गया |

आईएएस अजय की बेहतर कार्यशैली को देखते हुए जिले के कलेक्टर ने इन्हें नवाबगंज तहसील जो कि बाराबंकी जिला मुख्यालय की तहसील है वहां एसडीएम का दायित्व सौंपा । पिछले कई महीनों से अजय द्विवेदी नवाबगंज तहसील में अवैध कब्जे अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं,

इसके साथ ही जन शिकायतों के निस्तारण के लिए भी प्रभावी सिस्टम पर काम कर रहे हैं |अक्सर आम जनता इस बात का शिकायत करती थी की तहसील में अधिकारी और कर्मचारी समय से नहीं पहुंचते और कई बार समय के पहले दफ्तर छोड़कर गायब हो जाते हैं |


तहसील में पहली बार लागू हुआ बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम…

इसके लिए आईएएस अजय द्विवेदी ने नवाबगंज तहसील में पहली बार कारपोरेट कल्चर को लागू किया है l नवाबगंज तहसील में बायोमेट्रिक अटेंडेंस लागू कर दिया गया है जिसके तहत सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सुबह निर्धारित समय से तहसील कार्यालय में पहुंचना होगा और कार्यालय बंद होने तक यानी निर्धारित समय तक अपनी निर्धारित चेंबर और सीटों पर उपलब्ध रहकर जनता के काम करने होंगे|

भ्रष्टाचार पर भी लगेगी लगाम…..

इस व्यवस्था से भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी क्योंकि पहले कर्मचारियों से सांठगांठ करके उपस्थिति पंजिका में देरी से आने पर भी कर्मचारी गलत समय डालकर अपनी उपस्थिति दर्शा देते थे लेकिन बायोमैट्रिक कंप्यूटराइज व्यवस्था होने के चलते ऐसा करना अब संभव नहीं होगा और सभी कर्मचारियों और अधिकारियों के आने जाने का समय कंप्यूटर में दर्ज होता रहेगा जिस पर सीधे वरिष्ठ अधिकारियों के निगाह रहेगी |

आईएएस अजय की कार्यशैली के कर्मचारी नेता भी करते हैं प्रशंसा..

कर्मचारी नेताओं ने आईएएस अजय द्विवेदी के इस कदम का किया स्वागत बाराबंकी में कर्मचारियों के वरिष्ठ नेता सर्वजीत यादव ने कहा कि..

कर्मचारी संगठन भी यह चाहते हैं कि सरकारी कार्यालयों में अनुशासन का माहौल हो और बेहतर माहौल में जनहित के काम ज्यादा से ज्यादा किया जा सके और सही समय पर किया जा सके |
आईएएस अजय ने बताया कि इस व्यवस्था से शासन की मंशा के अनुसार लोगों को ज्यादा से ज्यादा मदद पहुंचाने में लाभ मिलेगा और अनुशासन भी स्थापित होगा |