*भारत की बेटी बाराबंकी में जन्मी शाजिया किदवाई व रेहान सिद्दीकी दुबई से दुनिया भर में फैला रहे है ,हिंदुस्तानी संस्कृति की खुशबू “अंदाज़ -ए -बयां और” की टीम ने बाराबंकी में की प्रेस कॉन्फ्रेंस ,31 दिसंबर को होगा बाराबंकी में सम्मान समारोह ” द इंडियन ओपिनियन” के लिए मो. शकील की रिपोर्ट…*

बाराबंकी। ‘अंदाज-ए-बयां…और’ केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल पेश करती है। हिन्दुस्तानी सरजमीं से कोसों दूर विदेश में ‘हिन्दुस्तानियत’ को जिंदा रखने का काम ‘अंदाज-ए-बयां…और’ कर रही है। नगर के प्रतिष्ठित रेस्त्रां में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान समाजसेविका शाजिया किदवाई ने यह बात कही। उन्होनें आगे कहा कि भाषायी समानता का जो अद्भुत संगम कार्यक्रम में देखने को मिलता है, वह और कहीं नहीं मिलता। दुबई में हमारी पहचान हिन्दू-मुसलमान-सिख-ईसाई के तौर पर नहीं, बल्कि ‘हिन्दुस्तानी’ के रूप में है। सबसे बड़ी बात यह है कि हम लोगों को इस बात का फक्र है कि हमारी पैदाइश हिन्दुस्तान की सरजमीं पर हुई है। दुबई में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में हर देश की नुमाइंदगी होती है। खास तौर पर हिन्दुस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोग दिल खोल कर इस कार्यक्रम में सहभागिता और सहयोग करते हैं।
दुबई सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए समाजसेवी रेहान सिद्दीकी ने कहा कि वहां की सरकार हमारे द्वारा किये जा रहे कार्यों से खुश है, इसलिए ऐसे कार्यक्रम की स्वीकृति हमें वहां मिलती है। वर्ष 2009 में ‘हमारी’ एसोसिएशन के बैनर तले अनवरत रूप से हिन्दी और उर्दू की जुबां को वैश्विक स्तर पर एकसाथ लाने का जो कदम उठाया गया था, 2016 आते-आते वह ‘अंदाज-ए-बयां…और’ के रूप में विश्व भर के तमाम मुल्कों में रह रहे प्रवासी भारतीयों द्वारा जमकर सराहा गया है। सोशल मीडिया पर लाखों की वीवरशिप और लोगों के प्यार ने हमें और मजबूत किया है।
उन्होनें आगे बताया कि ‘अंदाज-ए-बयां…और’ द्वारा अभी हाल ही में गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट अध्यक्ष और ‘भारत-पाकिस्तान-बांग्लादेश महासंघ बनाओ’ के संयोजक श्री राजनाथ शर्मा को लाइफ टाइम एचीवमेन्ट एवार्ड से सम्मानित किया है। आगामी 31 दिसम्बर को स्थानीय गांधी भवन सभागार में ‘अंदाज-ए-बयां…और’ द्वारा पद्मश्री वरिष्ठ पत्रकार, दार्शनिक एवं स्तम्भकार श्री राम बहादुर राय जी द्वारा कार्यक्रम की डीवीडी का विमोचन किया जायेगा।
गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट अध्यक्ष राजनाथ शर्मा ने

कहा कि मादरे वतन से हजारों किलोमीटर दूर राष्ट्रभक्ति की जो मिसाल, बाराबंकी के युवाओं ने जलाई है, वह अपने आप में काबिले तारीफ और मिसाल है। मोहब्बत और अमन-चैन के साथ हिन्दुस्तानी संस्कारों को बढ़ावा देने का काम यह युवा विदेश में सालों से करते चले आ रहे हैं।