लखनऊ/नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर जारी जोड़ तोड़ के बीच बड़ा उलटफेर हुआ है. अखिलेश यादव ने इस चुनाव में मायावती से बीएसपी उम्मीदवार भीमराव आंबेडकर को जिताने का वादा किया था लेकिन अब तक उन्हें जिताने के लिए जरूरी 37 वोटों का इंतजाम नहीं हो पा रहा था.
इस बीच निर्दलीय विधायक राजा भैया और उनके समर्थक विधायक अखिलेश यादव के डिनर में पहुंच गए. मतलब ये हुआ कि चुनाव में बीएसपी के उम्मीदवार को जिताने के लिए अखिलेश यादव के खाते में 2 वोट और जुड़ गए हैं.
अभी बीएसपी के 19, समाजवादी पार्टी के 9, कांग्रेस के 7 और आरएलडी के एक विधायक को मिलाकर 36 वोट हो रहे थे यानी जरूरी 37 से 1 कम लेकिन अब 2 विधायकों के जुड़ने से बीएसपी के उम्मीदवार के पक्ष में 38 वोट पड़ने की उम्मीद जताई जा रही यानी बीएसपी की जीत तय मानी जा सकती है.
भतीजे अखिलेश का साथ देंगे चाचा शिवपाल
अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने भी अब साफ कर दिया है कि राज्यसभा चुनाव में वो अखिलेश के साथ हैं. शिवपाल यादव ने कहा कि वो और समाजवादी पार्टी के सभी विधायक 23 मार्च को वोट डालने जाएंगे. हालांकि शिवपाल यादव आज अखिलेश यादव की डिनर पार्टी में नहीं पहुंचे.
बीएसपी उम्मीदवार को जिताने उतरे कांग्रेस के दिग्गज
यूपी राज्यसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी को कांग्रेस के वोट दिलवाने के लिए पार्टी के चार बड़े नेता राजधानी में मौजूद रहेंगे. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया, संजय सिंह, राज बब्बर और तिवारी खुद राजधानी में मौजूद रहेंगे. सात विधायकों वाली कांग्रेस ने पहले ही बीएसपी प्रत्याशी भीमराव आंबेडकर को समर्थन देने का फैसला कर लिया था.
एसपी के कुछ विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं: सूत्र
भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं का दावा है कि नरेश अग्रवाल के करीबी एसपी के कुछ विधायक क्रास वोटिंग कर सकते हैं, जबकि एसपी का खेमा अपनी प्रत्याशी जया बच्चन और बीएसपी प्रत्याशी भीमराव आंबेडकर की जीत के प्रति आश्वस्त है.