विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव के लिए सोमवार को अधिसूचना जारी की जाएगी. इसके साथ ही नामांकन दाखिल करने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 16 अप्रैल है. 17 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 19 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. 26 अप्रैल को सुअभ 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा. उसी शाम 5 बजे से मतगणना शुरू होगी और पोअरिनाम घोषित किए जाएंगे.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री डॉ महेंद्र सिंह, वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा और बसपा विधायक दल के नेता सुनील कुमार चित्तौड़ सहित 13 सदस्यों का कार्यकाल 5 मई को समाप्त हो रहा है. अम्बिका चौधरी के इस्तीफे से एक सीट पहले से ही खाली है.
कहा जा रहा है कि विधान परिषद के चुनाव नोर्विरोध हो सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो बीजेपी और सहयोगी दलों के 11 सदस्य निर्विरोध चुने जाएंगे, जबकि विपक्षी दलों के दो सदस्य भी चुने जाएंगे.
विधानसभा में बीजेपी के 324, सपा के 47, बसपा के 19, कांग्रेस के 7, रालोद का 1 और 4 निर्दलीय विधायक हैं. जेल में बंद बसपा विधायक मुख़्तार अंसारी और सपा विधायक हरिओम यादव के मताधिकार पर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है. राज्य सभा में क्रॉस वोटिंग के आरोप में बसपा विधायक अनिल सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. रालोद ने भी अपने एकलौते विधायक सहेंद्र रामाला को निष्कासित किया है. ऐसे में सपा, बसपा और कांग्रेस के पास 70 विधायकों का वोट है. वहीं बीजेपी के पास 311, अपना दल एस के पास 9 और भासपा के चार मत सहित बीजेपी गठबंधन के पास 324 मत हैं.
विधान परिषद की एक सीट के लिए 29 विधायकों के मतों की आवश्यकता है. बीजेपी को 11 विधायक जीताने के लिए 319 मत चाहिए. जबकि उसके पास 324 मत हैं. सपा, बसपा और कांग्रेस को बाकी बचे दो सदस्यों को जीताने के लिए 58 मतों की आवश्यकता है. उसके पास 70 मत हैं.