*विपक्ष के अनुमान और आरोपों के विपरीत कर्नाटक में भाजपा ने खरीद फरोख्त की राजनीति से किया परहेज.. मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा ने राजनीतिक ईमानदारी और नैतिक मूल्यों का हवाला देते हुए फ्लोर टेस्ट के पहले ही दिया इस्तीफा .. कहा जनादेश के खिलाफ सत्ता में आना चाहती है कांग्रेस और जेडीएस ..कर्नाटक के नाटक पर ” द इंडियन ओपिनियन” की रिपोर्ट*


बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा में बीएस येदियुप्पा ने सीएम पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. वह सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाये और फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा का ऐलान  कर दिया. इस्तीफे से पहले बीएस येदियुरप्पा ने भाषण दिया. भाषण के दौरान वह भावुक भी हुये और कहा कि वह किसानों के लिए लड़ाई जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के सुशासन की वजह से बीजेपी ने 104 सीटें जीती हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी आलाकमान ने पहले ही संकेत दे दिया था कि नंबर न होने की स्थिति में बीएस येदियुरप्पा इस्तीफा दे देंगे ताकि चुनावी साल में किसी भी तरह के खरीद-फरोख्त का आरोप न लगे.  गौरतलब है कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था  कि केजी बोपैया  कर्नाटक विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर बने रहेंगे. इसके साथ ही आज विधानसभा में बहुमत परीक्षण का लाइव टेलीकॉस्ट भी किया जाएगा. ​ 15 मई 2018 को मतगणना के बाद कर्नाटक विधानसभा में किसी को भी पूर्ण बहुमत नहीं मिला. बीजेपी 104 सीट पर जीत दर्ज की जबकि कांग्रेस 78 सीटों पर जीत दर्ज की. जेडीएस के खाते में 38 सीट गई जीत दर्ज करने में सफल रहे. कोर्ट के आदेश के अनुसार 19 मई की शाम 4 बजे कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्‍पा को अपना बहुमत साबित करना होगा. बीएस येदियुरप्‍पा17 मई की सुबह 9:30 बजे कर्नाटक के 25वें मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ लिए थें. शाम 4 बजे यह तय हो जाएगा कि उनकी बीएस येदियुरप्‍पा की सरकार कर्नाटक में रहेगी या नहीं.