*दबंगों के इशारे पर कानून का मजाक, शरीर में गोली का घाव लिए पीड़ित कर रहा कार्यवाही की मांग,जानलेवा हमले के आरोपी फिर रच रहे हैं पीड़ित की हत्या की साजिश ,पुलिस अधिकारियों की लापरवाही से कहीं ना हो जाए बड़ी वारदात और विभाग की बदनामी, डीएम एसपी डीजीपी और सीएम से लगाई इंसाफ की गुहार. पढ़िए.” द इंडियन ओपिनियन “में आदित्य यादव की रिपोर्ट*


रिपोर्ट -आदित्य यादव
बाराबंकी के थाना जहांगीराबाद अन्तर्गत एक माह पूर्व बाइक से घर जा रहे एक युवक पर जानलेवा हमला करने वाले दबंग पुलिस संरक्षण में खुलेआम घूम रहे हैं। नामजद मुकदमा दर्ज होने और तमाम सबूतों और गवाहों के बावजूद भी पुलिस ने आज तक किसी भी आरोपी को पकड़ने की जहमत तक नही उठायी.. क्योंकि यूपी पुलिस के कुछ ऐसे लायक अधिकारी हैं ..कुछ ऐसे विवेचक हैं, जो कार्रवाई सबूतों गवाहों और कानून की धाराओं के मद्देनजर नहीं करते.. बल्कि पीड़ित और अभियुक्त की हैसियत को देखकर कार्रवाई करते हैं ।..उनकी दिलचस्पी कानून का राज कायम करने में नहीं है ,बल्कि वह अपनी सुख सुविधाओं के साधन जुटाने के लिए कानून की धाराओं को मनमाफिक दिशाओं में मोड़ देते हैं। खुलेआम फायरिंग और जानलेवा हमला करके एक युवक को गंभीर रूप से घायल करने वाले और दहशत फैलाने वाले दबंग अभियुक्तों न सिर्फ आजाद घूम रहे हैं ,बल्कि पुलिस की शह पर ,पीड़ित परिजनों को मुकदमा वापस लेने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य अधिकारियों को पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की है। पीड़ित के अनुसार, कोतवाली फतेहपुर क्षेत्र के ग्राम खलील नगर मजरे हजरतपुर निवासी सर्वेश कुमार वर्मा पुत्र छंगालाल 30 अप्रैल की शाम 7 बजे अपने मित्र शब्बर रिजवी निवासी लाइन पुरवा देवा रोड को अपनी बाइक पर बैठा करके उसको छोड़ने जहांगीराबाद जा रहा था। अभी वह आईटीआई कालेज के पास पहुंचा ही था कि पहले से ही हमले के लिए तैयार बैठे पंकज पुत्र रामानन्द निवासी ग्राम एैनुद्दीनपुर ने अपने मित्र के साथ मिलकर सर्वेश की मोटर साइकिल रोक ली।

जब तक सर्वेश कुछ समझता इन लोगों ने सर्वेश को गालियां देनी शुरु कर दी। जब गाड़ी में पीछे बैठे शब्बर रिजवी ने इसका विरोध किया तो इन दबंगो ने शब्बर को धक्का देकर गाड़ी से गिरा दिया और अवैध असलहे से सर्वेश के फायर झोंक दिया। गोली सर्वेश के कंधे में लगी और उसके बाद वह वहीं पर गिर पड़ा। गोली मारने के बाद दोनो दबंग यह धमकी देकर चले गये कि अगर दोबारा मेरी बहन की तरफ तुमने आंख उठायी तो अंजाम इससे ज्यादा भी भयानक होगा। घायल अवस्था में सर्वेश को लेकर उसके मित्र शब्बर रिजवी जिला अस्पताल आये। जहां पर डाक्टरों ने उसे लखनऊ ट्रामा सेन्टर रिफर कर दिया। दूसरे दिन सर्वेश के भाई ने थाना जहांगीराबाद में आकर पंकज और उसके अज्ञात मित्र के ऊपर धारा 323/504/307 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया। लेकिन घटना को करीब एक माह से ज्यादा बीत चुका है लेकिन अभी तक जहांगीराबाद पुलिस ने सिर्फ कागजी खानापूर्ति ही की है। जांच पड़ताल के नाम पर सिर्फ पीड़ित को ही परेशान किये है। घटना के बारे में पीड़ित सर्वेश ने बताया कि उसने दो वर्ष पूर्व पंकज की बहन से कोर्ट मैरिज की थी जिसके कारण पंकज उसके घर के सदस्य नाराज चल रहे थे। इसी रंजिश के तहत इन लोगों ने मेरी जान लेने का असफल प्रयास किया। पीड़ित का यह भी कहना है कि आरोप के मामा आरसी पटेल खुलेआम मुझे यह धमकी दे रहे हैं कि अगर अपनी भलाई चाहते हो तो मुकदमा वापस ले लो। तुम लाख शिकायत करो लेकिन किसी भी पुलिस की हिम्मत नही है कि वह मेरे भांजे को गिरफ्तार कर सके। वहीं इस सम्बन्ध में जब थाना प्रभारी जहांगीराबाद धुरु कुमार से पूछा गया तो बतया कि घटना का मुकदमा दर्ज है अभी हाल में मैंने कार्य भार संभाला है जल्द जांच पड़ताल के बाद आरोपियों को पकड़ कर जेल भेजा जायेगा। जबकि पीड़ित सर्वेश व उसके घर के सभी सदस्य न्याय पाने के लिये दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं।