*सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ अराजकता और घटिया राजनीति करने वालों को मिला करारा जवाब ..सुप्रीम कोर्ट की ही सक्रियता से कर्नाटक में रुका भाजपा का विजय रथ ..15 दिन के समय को 24 घंटे में बदलकर सुप्रीम कोर्ट ने बदल दिया सारा परिदृश्य ..अब विपक्ष के नेता दे रहे सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद ..सत्य न्याय और संविधान की मंशा के ही अनुरूप फैसले देता है देश का सुप्रीम कोर्ट..*


रिपोर्ट आदित्य यादव

कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी बनकर आई भारतीय जनता पार्टी ने सर्वाधिक सीटें जीतने के बाद राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था, जिसके बाद राज्यपाल ने भाजपा को मौका भी दिया था. बीएस येदुरप्पा मुख्यमंत्री तो बन गए और उन्हें उनकी इच्छा के अनुरूप राज्यपाल की ओर से बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय भी नहीं गया भाजपा नेताओं को पूरा विश्वास था कि 15 दिन के भीतर वह जोड़ तोड़ की राजनीति के सहारे संख्याबल का आंकड़ा पूरा कर लेंगे और कर्नाटक में भी उन का विजय रथ सफलता के साथ आगे बढ़ेगा लेकिन इस मामले में विपक्ष ने तुरंत सुप्रीम कोर्ट से मदद मांगी सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष की याचिका पर सुनवाई करते हुए 15 दिन के शक्ति परीक्षण के समय को 24 घंटे में बदल दिया और भाजपा का सारा खेल खराब हो गया. भाजपा के बड़े वकीलों कि बार-बार गुजारिश के बावजूद सुप्रीम कोर्ट में अपने फैसले को कायम रखा जिसका परिणाम यह हुआ कि आज फ्लोर टेस्ट के पहले ही कर्नाटक विधानसभा में भाजपा की सरकार के मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा ने कांग्रेस पर जनमत के विपरीत सत्ता हासिल करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया. और इसी के साथ ही कर्नाटक में भाजपा और जनता दल सेकुलर संयुक्त सरकार के सत्ता में आने का रास्ता साफ हो गया है .गौरतलब है कि इसके पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने देश हित में तमाम ऐतिहासिक फैसले दिए हैं.. लेकिन पिछले दिनों में अपने स्वार्थों के लिए कुछ नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट की छवि को कमजोर करने का काफी प्रयास किया है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ जनता को भड़काने का भी काम किया है. जबकि यह स्पष्ट है कि सुप्रीम कोर्ट सत्य न्याय और संविधान की मंशा के अनुरूप ही फैसले देता है.
विपक्ष के कई नेताओं ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक निर्णय की जमकर तारीफ की है और सुप्रीम कोर्ट के प्रति आभार प्रकट किया है.