आलोक मिश्र
हरदोई ….
पिछले कुछ महीनों में शराब माफियाओं के खिलाफ हरदोई पुलिस ने जो कार्रवाई की है ..वह हरदोई पुलिस और हरदोई जनपद के इतिहास में यादगार होगी.
करोड़ों अरबों की धन संपदा और सभी दलों के बड़े नेताओं से राजनीतिक संबंध रखने वाले हरदोई के अवैध शराब सिंडिकेट की कमर तोड़ कर पुलिस विभाग ने ना सिर्फ अवैध शराब का शिकार होकर बीमारी और मौत के मुंह में समा रहे हजारों लोगों कि जिंदगी बचाने का काम किया है बल्कि प्रदेश सरकार को करोड़ों के राजस्व के नुकसान से सुरक्षित करने के साथ ही समाज में लगातार गिर रही पुलिस विभाग की छवि और सम्मान को भी ऊंचा उठाने का सफल प्रयास किया है…
दरअसल उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खास तौर पर हरदोई जिले में विपिन कुमार मिश्रा को पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात किया. जन सामान्य के लिए विनम्र लेकिन अपराधियों के लिए कठोर हृदय और अनुशासित कार्यशैली के लिए जाने जाने वाले एसपी विपिन कुमार ने हरदोई जिले में कमान संभालने के बाद यहां पिछले दो दशकों से लगातार बेरोकटोक पनप रहे अवैध शराब के सिंडिकेट पर अपनी टीम को लगाया ..दरअसल हरदोई का अवैध शराब सिंडिकेट पिछले दो दशकों में अरबों के कारोबार और मजबूत राजनीतिक रसूख के दम पर उत्तर प्रदेश के एक दर्जन जनपदों में आबकारी विभाग के समानांतर अपना नेटवर्क स्थापित कर चुका है . सूत्रों के मुताबिक आबकारी विभाग के सैकड़ों दुकानों पर हरदोई शराब सिंडिकेट की बनाई हुई नकली शराब बड़े पैमाने पर बेची जाती है …जिसके चलते शराब सिंडिकेट बेहद घटिया क्वालिटी की खतरनाक नकली शराब को बेचकर करोड़ों अरबों का मुनाफा बेहद आसानी से कमाता आ रहा है ..और इसी अवैध कमाई के दम पर हरदोई शराब सिंडिकेट के कई सदस्य उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में भी अपना बढ़ा कद और मजबूत पकड़ बना चुके हैं.
प्रशासनिक अराजकता भ्रष्टाचार और अपराध का गढ़ बनते जा रहे हरदोई जिले को अनुशासन और इमानदारी की पटरी पर लाना उत्तर प्रदेश सरकार के लिए भी एक चुनौती है और इस को समझते हुए ही सरकार ने हरदोई जिले में अपनी ईमानदारी के लिए चर्चित IPS विपिन मिश्रा को बड़ा दायित्व सौंपा .
हरदोई जनपद में तैनाती के बाद एसपी विपिन मिश्रा ने थानों की जिम्मेदारी बेहतर और साफ छवि दरोगाओं और इंस्पेक्टर को सौंपने के बाद एक-एक करके अवैध शराब के बड़े कारोबारी और माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया.
सबसे पहले पिहानी ब्लाक प्रमुख के पति और अवैध शराब के बड़े कारोबारी करोड़पति माफिया जेपी गुप्ता को गिरफ्तार करके जेल भेजा.. हरदोई के लोगों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था बड़ी राजनीतिक और आर्थिक हैसियत वाले जेपी गुप्ता जैसे लोग जिनके इशारे पर पुलिस अधिकारियों के तबादले हो जाया करते थे.. उनके गिरेबान पर पुलिस के हाथ पहुंचेंगे और उन्हें जेल जाना पड़ेगा ..जेपी गुप्ता के जेल जाने के बाद पुलिस ने दूसरे शराब माफिया सांडी इलाके के निवासी रामजी गुप्ता और भी अवैध शराब की बरामदगी के साथ जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए.. रामजी गुप्ता की गिरफ्तारी भी हरदोई की जनता के लिए चौंकाने वाली बात थी क्योंकि नगर निकाय के प्रतिनिधि होने के अलावा हरदोई के राजनीतिक हलकों में रामजी गुप्ता की भी मजबूत हैसियत मानी जाती है ..अवैध शराब के तमाम छोटे-मोटे कारोबारी लगातार इस बीच जेल जाते ही रहे इसके अलावा पुलिस ने अपने राडार पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा चुनाव लड़ चुके सुभाष पाल को भी ले लिया .. करोड़ों की प्रॉपर्टी के मालिक और तमाम बड़े नेताओं के नजदीकी सुभाष पाल को भी जेल जाना पड़ेगा.. यह बात हरदोई के लोगों के लिए किसी सपने जैसी थी लेकिन इमानदारी और ऊंचे मनोबल के दम पर हरदोई पुलिस ने सुभाष पाल को भी कानून के शिकंजे में आने के लिए मजबूर कर दिया.. भारी मात्रा में अवैध शराब और रसायन की बरामदगी के बाद सुभाष पाल को खुद ही न्यायालय में हाजिर होकर जेल जाना पड़ा.. अवैध शराब के खिलाफ हरदोई पुलिस का अभियान लगातार अपनी गति को पकड़ता जा रहा है ..और पिछले दिनों शाहाबाद ब्लॉक प्रमुख के जेठ नलिन गुप्ता उर्फ डब्लू गुप्ता को भी बेहटा गोकुल के थानेदार अनुराग मिश्रा और उनकी टीम ने भारी मात्रा में अवैध शराब की बरामदगी और एक सहयोगी के साथ दबोच कर जेल भेज दिया… डब्लू गुप्ता के जेल भेज जाते ही पूरे जिले के शराब कारोबारियों और उनके संरक्षकों में सन्नाटा छा गया.
डब्लू गुप्ता सपा भाजपा और बसपा के कई नेताओं का करीबी है …बावजूद उसके पुलिस पर दबाव बनाने में नाकाम रहा बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार के एक बड़े कैबिनेट मंत्री ने भी हरदोई पुलिस के बड़े अफसर को दबाव में लेकर शराब माफिया नलिन गुप्ता उर्फ डब्लू गुप्ता की सिफारिश की और उसे बचाने की पूरी कोशिश की ..लेकिन हरदोई एसपी को प्रभावित नहीं कर सके.. पिछले दिनों हरदोई पुलिस ने इसी क्रम में अवैध शराब के खिलाफ अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए भाजपा विधायक के करीबी समर्थक राजेंद्र मिश्रा के बेटे की और उनकी शराब की दुकान के सेल्समेन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और खुद राजेंद्र मिश्रा के लिए उनका दामन बचाना मुश्किल हो रहा है ..
सूत्रों के मुताबिक हरदोई के तमाम बड़े व्यापारियों और नेताओं ने आज समाज में अपनी जो भी सामाजिक और राजनीतिक और आर्थिक हैसियत बना रखी है उसमें अवैध शराब और दूसरे अवैध धंधा और गैरकानूनी कामों से कमाए गए भारी मुनाफे की अहम भूमिका है. हरदोई का जिला प्रशासन पुलिस और इंटेलिजेंस ऐसे दर्जनों लोगों का इतिहास और वर्तमान खंगाल रही है जल्द ही और भी चौकानेवाले बड़े मामले सामने आ सकते हैं. अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ हरदोई पुलिस के अभियान को हरदोई जनपद की न्यायपालिका का भी उचित समर्थन मिल रहा है और ज्यादातर अवैध शराब कारोबारियों को न्यायालय से जमानत हासिल करना मुश्किल हो रहा है पुलिस के द्वारा जिन्हें भी सबूतों के साथ गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया जा रहा है अदालत उन्हें सलाखों के पीछे भेजने में देरी नहीं लगा रही वही जिला प्रशासन के मुखिया के तौर पर तत्कालीन डीएम शुभ्रा सक्सेना और वर्तमान जिला अधिकारी पुलकित खरे ने भी हरदोई के पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्रा के द्वारा संगठित अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान को पूरा समर्थन दिया है..
एक अनुशासित सभ्य शांत और सुखी समाज के निर्माण के लिए यह जरूरी है कि.. पुलिस प्रशासन न्यायपालिका के साथ-साथ विधायिका व समाज के सभी वर्गों से जुड़े हुए लोगों के द्वारा अपराध नियंत्रण में पूरा सहयोग दिया जाए …जिससे उन्नत राष्ट्र का निर्माण हो सके.