प्रयागराज: साधु महात्माओं की सबसे बड़ी संस्था अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मृत्यु के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है ।
संस्कृति और धर्म के महान विद्वान स्वामी नरेंद्र गिरी प्रयागराज के अल्लापुर स्थित का गम भरी मठ के कक्ष में आज मृत पाए गए उनका शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ पाया गया कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है।
प्रयागराज पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मामले की जांच कर रहे हैं महान नरेंद्र गिरी हिंदू समाज में जातिवाद को समाप्त करने के लिए कार्य कर रहे थे वह महाकुंभ के आयोजन से लेकर धर्म से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे उनके आकस्मिक निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धर्म और राजनीति जगत और समाज के सभी वर्गों से लोगों ने शोक व्यक्त किया है।
बताया जा रहा है कि नरेंद्र गिरी का अपने शिष्य आनंद गिरि से कुछ विवाद था पिछले दिनों उन्होंने आनंदगिरी को अखाड़ा परिषद से निष्कासित किया था इन्हीं बातों को लेकर वह चिंता में रहते थे।
ब्यूरो रिपोर्ट द इंडियन ओपिनियन