मुज़फ्फरनगर : एक बार फिर मुज़फ्फरनगर के थाना बुढ़ाना क्षेत्र के गाँव चन्धेड़ी में दो दिन पूर्व एक ही समाज के बच्चो के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया , जिसके चलते गाँव चन्धेडी में कश्यप बिरादरी के चौधरियो ने पंचायत कर एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए तुगलकी फरमान सुनाकर भरी पंचायत में आरोपी को पाँच जूते मारे जाने के साथ आर्थिक दंड दीये जाने का ऐलान कर दिया। हालांकि दण्डित हुए पक्ष ने आर्थिक दण्ड अदा करने पर अपनी सहमति तो जाता दी , लेकिन भरी पँचायत में पाँच जूते मारे जाने के दण्ड को अपने स्वाभिमान की खातिर साफ़ इंकार कर दिया। मामला सार्वजानिक हुआ तो पीड़ित पक्ष पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है और न्याय न मिलने पर गाँव से पलायन किये जाने की बात कर रहा है। वंही बुढ़ाना पुलिस इस बिरादरी की पँचायत के फरमान से अनभिज्ञ है।
कश्यप समाज के दो पक्षों के बच्चो का हुआ था आपसी विवाद
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में बच्चों के विवाद में पंचायत ने एक ऐसा फरमान सुनाया है जो वास्तव में तुगलकी कहने के लायक है। जी हां बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के चन्धेड़ी गांव में 7 जनवरी की शाम को दो पक्षों के बच्चों के बीच साइकल निकालने को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद विवाद दोनों पक्षों के बड़ों के बीच पहुंचा तो दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। जिसमें पीड़ित पक्ष ने कोतवाली में दबंगों के खिलाफ शिकायत दी तो पुलिस ने मामले पर कोई कार्यवाई नहीं की। बहरहाल गांव का यह झगड़ा दो कश्यप समाज के परिवार अंकित और रोहित के बीच हुआ था, जिसमें अब झगड़े का जिम्मा गांव के पंचों ने अपने सिर लिया और गांव में 1 दिन पूर्व शुक्रवार की शाम को एक पंचायत बैठाई गई, जहाँ पंचायत में पीड़ित को लोगो की भीड़ के बीच बुलाकर एक तुगलकी फरमान सुनाया गया।
बिरादरी के चौधरियो ने पँचायत में सुनाया पाँच जूते मारे जाने का फरमान
पीड़ित रणवीर सिंह कश्यप का आरोप है पंचायत में उसको 5 जूतों की सजा और कुछ दंड की सजा दी गई है। लेकिन पीड़ित पंचायत में दंड पर सहमत हो गया लेकिन अपने सम्मान के लिए 5 जूते खाने के लिए मना कर दिया, जिसके बाद अब दबंग पीड़ित को महिला से छेड़छाड़ के आरोप में फर्जी फंसाने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित राजवीर सिंह का कहना है अगर पंचायत अपना यह फरमान वापस नहीं लेगी तो वह गांव छोड़कर गांव से पलायन कर लेगा।
बिरादरी की पंचायत से अनभिज्ञ है पुलिस
इस पूरे मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी गिरजा शंकर त्रिपाठी का कहना है ये मामला हमारे संज्ञान में नहीं है अगर कोई इस तरह के मामले की शिकायत देता है तो उसकी जांच करा कर कानूनी कार्यवाई की जाएगी।
रिपोर्ट – संजीव कुमार, मुज़फ्फरनगर