लखनऊ के संजय गांधी स्नात्कोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान ने 22 लाख कोरोना आरटी-पीसीआर टेस्ट करने का रिकॉर्ड कायम किया है। एस जी पी जी आई में आरटी-पीसीआर टेस्ट की सुविधा मार्च 2020 से शुरू हुई थी। 22 लाख की यह संख्या हाल ही में आरटी-पीसीआर टेस्ट गणना प्राप्त करने के बाद विभागीय अफसरों ने जारी की है।
संस्थान के माइक्रोबायोलाजी डिपार्टमेंट की मुखिया डा. उज्जवला घोषाल ने भास्कर को बताया कि शनिवार तक 22 लाख 46 हजार 132 आरटी -पीसीआर टेस्ट करने में कामयाबी हासिल की गई है। लैब में एग्जामिनेशन के दौरान इनमें से 48 हजार 989 पॉजिटिव सैंपल पाए गए। मार्च 2020 में शुरु हुई यह कवायद अभी भी बदस्तूर जारी है। 24 घंटे “राउंड द क्लॉक” बेसिस पर लैब संचालित है। औसतन दस से बारह हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं। कोरोना की प्रचंड दूसरी लहर के दौरान एक दिन में 12 हजार 885 सैंपल कलेक्शन की टेस्टिंग करने में भी संस्थान कामयाब रहा है।
डॉ उज्ज्वला कहती हैं कि इंफेक्टिशियस डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम के तहत प्रदेशभर के विभिन्न जनपदों के सैंपल एस जी पी जी आई में कलेक्ट होकर लाए जाते रहे और संस्थान की माइक्रोबायोलॉजी लैब में आरटी-पीसीआर सतत किया जाता रहा। विभाग के करीब 100 सदस्यों की टीम लगातार अपने काम को बखूबी निभाती रही। खास बात यह रही कि ज्यादातर सैंपल की रिपोर्ट 6 से 7 घंटे में देने में हम कामयाब रहे। हालांकि इस कार्य के लिए 24 घंटे तक का समय निर्धारित है।
22 लाख आरटी पीसी आर टेस्ट पूरे करने के काउंट को बड़ी उपलब्धि मानते हुए एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो.आरके धीमान ने बताया कि कठिन समय में माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट ने अद्धितीय काम किया है। इन्ही प्रयासों के जरिए हम वैश्विक महामारी पर लगाम लगाने में कामयाब रहे। विभाग के सभी सदस्यों की मेहनत का नतीजा है कि यह उपलब्धि हासिल हुई है।
अब तक एस जी पी जी आई टोटल 22 लाख 46 हजार 132 आरटी-पीसीआर टेस्ट शनिवार तक हुए। अब तक कुल 48 हजार 989 पॉजिटिव केस हैं।
एक दिन में सबसे ज्यादा 12 हजार 885 आरटी-पीसीआर टेस्ट किए गए।
रिपोर्ट – आर डी अवस्थी