*4 साल बाद टूटी नरेंद्र मोदी और महबूबा मुफ्ती की राजनीतिक दोस्ती.. 80 हजार करोड़ का पैकेज लेने के बाद भी महबूबा मुफ्ती पर गठबंधन और केंद्र की बातें ना मानने का आरोप ..आतंकियों के सफाई अभियान के साथ ही जम्मू कश्मीर की सरकार हुई कुर्बान.. भाजपा ने पीडीपी से लिया समर्थन वापस.. महबूबा मुफ्ती ने दिया इस्तीफा ..राष्ट्रपति शासन की मांग ..”द इंडियन ओपिनियन” पर आदित्य यादव की खास खबर*


रिपोर्ट -आदित्य यादव
जम्मू कश्मीर में एक बार फिर से राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई है।  बीजेपी की ओर से गठबंधन सरकार से समर्थन वापसी के बाद महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल को भेज दिया। इसके साथ ही, महबूबा ने शाम 4 बजे पीडीपी की बैठक बुलाई है। उधर, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि राज्य में जो हुआ अच्छ हुआ। कांग्रेस किसी भी सूरत में पीडीपी के साथ सरकार नहीं बनाएगी।

बीजेपी ने किया महबूबा सरकार से किनारा

इससे पहले जम्मू कश्मीर की बीजेपी-पीडीपी गठबंधन सरकार से भारतीय जनता पार्टी ने अपना समर्थन वापसी का ऐलान किया। मंगलवार को बीजेपी प्रवक्ता राम माधव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में गठबंधन की सरकार और आगे चलाना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ सलाह मशविरा के बाद किया गया है। बीजेेपी ने समर्थन वापसी की चिट्ठी राज्यपाल को भेज दी है। 

बीजेपी ने की राज्यपाल शासन की मांग

जम्मू कश्मीर बीजेपी के प्रभारी राम माधव ने कहा कि बीजेपी ने यहां पर राज्यपाल शासन की मांग की है। उन्होंने कहा कि अब राज्यपाल शासन से ही प्रदेश में हालत सुधरने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सरकार से समर्थन वापसी के बावजूद प्रदेश में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी रहेगा।

गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के सभी बीजेपी मंत्रियों और प्रदेशाध्यक्ष को नई दिल्ली बुलाया था। ऐसा माना जा रहा था कि बीजेपी-पीडीपी गठबंधन पर अमित शाह कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।

महबूबा मुफ्ती ने दिया राजपाल को इस्तीफा

जम्मू कश्मीर सरकार से भाजपा के हटने के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पद से इस्तीफा दे दिया है। मुफ्ती ने राज्यपाल नरेंद्र नाथ वोहरा को अपना इस्तीफा भेज दिया है। भाजपा के समर्थन वापस लेने के बाद महबूबा सरकार अल्पमत में आ गई थी, जिसके बाद मुफ्ती ने इस्तीफा दे दिया। महबूबा के इस्तीफा देने की पीडीपी प्रवक्ता नईम अख्तर ने पुष्टि की है। जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी बीते साढ़े तीन साल से साथ में सरकार में थे। मंगलवार दोपहर को भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर जम्मू कश्मीर सरकार से हटने का ऐलान किया है।

वहीं भाजपा प्रवक्ता राम माधव ने कहा है की महबूबा मुफ्ती सरकार ने गठबंधन का फर्ज़ नहीं निभाया जम्मू कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र के विकास कार्यों को सरकार आगे नहीं बढ़ा पाए जबकि भाजपा और केंद्र सरकार ने लगातार पूरा सहयोग किया और महबूबा मुफ्ती की मांग पर जम्मू-कश्मीर सरकार को 80 हजार करोड रुपए का विशेष पैकेज भी केंद्र सरकार ने दिया और इस विशेष पैकेज का लाभ भी जम्मू कश्मीर राज्य की आम जनता को पहुंचाने में मुफ़्ती सरकार विफल रही इसलिए भाजपा ने राष्ट्र हित में सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया है….|