जहाँ एक ओर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार को अपने बसपा के साथ गठबंधन के बाद लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर मंथन में लगे थे, वहीं यूपी के हमीरपुर अवैध खनन घोटाले में उनपर गाज गिरी है। सीबीआई की एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने अखिलेश यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बता दें कि इस बहुचर्चित प्रकरण में पिछले दिनों आईएएस बी चंद्रकला के घर सीबीआई ने छापेमारी की थी। इतना ही नहीं खनन घोटाले को लेकर उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया। सीबीआई ने पहले ही साफ कर दिया था कि इस मामले में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की भूमिका की भी जांच होगी।
असल में उत्तर प्रदेश के जालौन, हमीरपुर, लखनऊ समेत कई जिलों के साथ ही दिल्ली में भी मारे गए है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) मामले की जांच कर रही है। आईएस आधिकारी बी चंद्रकला पर आरोप है कि हमीरपुर और बुलंदशहर में जिलाधिकारी के पद पर तैनाती के दौरान उन्होंने अवैध तरीके से अपने चहेतों को खनन पट्टे दिए थे.
विदित हो कि साल 2012 से 2013 के बीच अखिलेश यादव खनन मंत्री भी थे। सीबीआई का कहना है कि इस दौरान जो भी नेता मंत्री रहे हैं, उनकी भुमिका की भी जांच की जाएगी। खास बात ये है कि उस दौरान आईएएस बी चंद्रकला हमीरपुर की डीएम थी। उसी समय के अवैध खनन मामले को लेकर उनके घर पर छापेमारी की गई थी। सीबीआई ने रेत के अवैध खनन से जुड़े मामले में गत दिनों उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 12 जगहों पर छापे मारेमारी की थी।
हालांकि चन्द्रकला भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियानों के लिए सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय रही हैं। सीबीआई ने इस मामले में बीएसपी नेता सत्यदेव दीक्षित और एसपी एमएलसी रमेश मिश्रा के घर भी छापेमारी की है।