उत्तर प्रदेश के दिग्गज नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री और जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा है कि इंडिया गठबंधन और खास तौर पर राहुल गांधी की न्याय यात्रा का वह नैतिक समर्थन करते हैं क्योंकि राहुल गांधी पूरी दमदारी से दलित और पिछड़ों की भागीदारी और उनके मान सम्मान की बात कर रहे हैं।
बाबू सिंह कुशवाहा लंबे समय से वंचित वर्गों गरीबों और कमजोर लोगों को शासन सत्ता शिक्षा और रोजगार में भागीदारी के लिए काम कर रहे हैं उन्होंने बसपा संस्थापक काशीराम के साथ अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था और मायावती की सरकार में ताकतवर कैबिनेट मंत्री भी थे. बसपा से मतभेद होने के बाद उन्होंने अपनी अलग राजनीतिक पार्टी बनाई और जन अधिकार पार्टी के संगठन को कई प्रदेशों में मजबूत किया.
उत्तर प्रदेश में सभी जनपदों में उनके संगठन की अच्छी स्थिति है और वह बीते विधानसभा चुनाव में भी बड़ी संख्या में प्रत्याशियों को चुनाव लड़ा चुके हैं . बाबू सिंह कुशवाहा कहते हैं कि “राहुल गांधी ने बड़े साहस का काम किया है कि वह पूरे देश में दलित और पिछड़ों के मान सम्मान और उनकी हिस्सेदारी की बात कर रहे हैं सरकारी सेवाओं में न्यायपालिका में शिक्षा और रोजगार के सभी क्षेत्रों में देश के सभी वर्गों को उनकी आबादी और आवश्यकता के हिसाब से हिस्सेदारी मिलनी ही चाहिए तभी लोकतंत्र धरातल पर उतरेगा और संविधान निर्माताओं का सपना साकार होगा”
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी वह इंडिया गठबंधन में औपचारिक रूप से शामिल नहीं है किसी तरह का कोई समझौता नहीं हुआ है लेकिन राहुल गांधी की न्याय यात्रा को वह इसलिए नैतिक समर्थन दे रहे हैं क्योंकि वह हिस्सेदारी की बात करते हैं कमजोर वर्गों के उत्थान की बात करते हैं।
गौरतलब है कि राहुल गांधी की यात्रा का जन अधिकार पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वागत भी पिछले दिनों किया गया ।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस से नजदीकियों के सवाल पर बाबू सिंह कुशवाहा कहते हैं कि मेरा जीवन दलितों पिछड़ों कमजोरों और गरीबों के हित में समर्पित है और इस महान उद्देश्य के लिए भागीदारी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जो भी जरूरी होगा वह किया जाएगा।
द इंडियन ओपिनियन
लखनऊ