फसलों में लगने वाला रोग जड़ गलन (Damping off) क्या है? किसान भाई क्यों रहे सावधान!

क्या है डम्पिंग ऑफ़

डंपिंग ऑफ , एक बागवानी (नर्सरी की) बीमारी है, जो कई अलग-अलग रोगजनकों के कारण होती है जो अंकुरित होने से पहले या बाद में बीज या छोटे अंकुरित पौधों को मार देती हैं या कमजोर कर देती हैं । यह गीली और ठंडी स्थितियों में सर्वाधिक होती है

बीमारी के लक्षण

1:- अंकुरित पौधों के समूह में गोलाकार पैच बनते है जिस कारण पौधे मर भी जाते हैं,
2:- अंकुरों में कभी-कभी जमीनी स्तर पर तने के घाव होते हैं।
3:- अंकुरों के तने पतले और सख्त भी हो सकते हैं जिसके परिणामस्वरूप अंकुर की शक्ति कम हो जाती है।
4:- कभी-कभी अन्य लक्षणों के साथ लीफ स्पॉटिंग भी हो जाती है, जैसे कि तनों और पत्तियों पर ग्रे मोल्ड (धूसर रंग की सड़न) का विकास होता है।
5:- जड़ें कभी-कभी पूरी तरह से सड़ जाती हैं ।

रोग पर नियंत्रण

डंपिंग ऑफ को कई अलग-अलग तरीकों से रोका या नियंत्रित किया जा सकता है। यह एक जीवाणुरहित माध्यम में बीज बोना प्रभावी होता है, बुवाई के बाद (पानी में या हवा में)। रोगजनकों के अस्तित्व को कम करने के लिए, रोगग्रस्त पौधों को हटा दें। बेहतर वायु परिसंचरण के साथ शुष्क परिस्थितियों को बनाए रखने से रोग के प्रसार को रोकने में मदद मिलती है, हालांकि यह अंकुरण को रोक या धीमा भी कर सकता है।

जैविक उपचार

१:-सॉल फ़ंगल गॉर्ड (soil fungal guard) की 2ml प्रति लीटर की मात्रा का स्प्रे जड़ क्षेत्र में करने से 100% लाभ होता है और फसल बेहतर होती है
इसके उपरांत PGR No2 की 2ml और मैजिकल ग्रो की 1 ml मात्रा प्रति लीटर स्प्रे करने से पौधा अच्छी वृद्धि करता है और पौधा स्वस्थ हो कर बढ़ता है

हमें उम्मीद है यह पोस्ट आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इसे अन्य किसानों के साथ ज़रूर साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान भाई अपनी फसल को डम्पिंग ऑफ़ से बचा सकें। खेती से जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछे और अधिक जानकारी के लिए हमारे कृषि विशेषज्ञ से सम्पर्क कर सकते है ।
9451819229

विश्वजीत शर्मा
एमएससी एग्रीकल्चर

एग्रीकल्चर डेस्क
द इंडियन ओपिनियन

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