बड़ा खुलासा: नाबालिग लड़कियों को निशाना बना रहा धर्मांतरण गैंग!

बताया जा रहा है कि नोएडा में मूक बधिर बच्चों के साथ ही दिल्ली के बीकाजी कामा प्लेस में भी डेफ सोसाइटी और गुरुग्राम और फरीदाबाद में पढ़ने वाले मूक बधिकर बच्चे भी धर्मांतरण गैंग के निशाने पर थे।

यूपी एटीएस की जांच में पता चला है।कि धर्मांतरण गैंग नाबालिग लड़कियों को अपना निशाना बनाता था।
जबरन धर्मांतरण (Religious Conversion) मामले में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। यूपी एटीएस (UP ATS) ने इस मामले में एक और बड़ा खुलासा किया है।जांच में पता चला है। कि धर्मांतरण गैंग नाबालिग लड़कियों को अपना निशाना बनाता था।

धर्मातरण में शामिल लोग नाबालिग हिंदू लड़कियों (Minor Hindu Girls) को  बहला-फुसलाकर और लालच देकर गायब कर देते थे। ये भी पता चला है।कि लड़कियों के बालिक होते ही ये लोग उनका धर्म बदलकर निकाह करवा देते थे।

यूपी एटीएस (UP ATS) को अब तक इस तरह की 5-7 शिकायतें मिली हैं।पीड़ित परिवारों ने आरोप लगाया है। कि स्थानीय पुलिस ने उनकी शिकायतों को नजर अंदाज कर दिया था। जांच एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं।

वहीं सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक गुजरात में सलाउद्दीन के बाद एक और शख्स का नाम सामने आया है। आरोप है।कि ये शख्स उमर की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (Islamic Dawa Center) को हवाला के जरिए पैसे देता था। फिलहाल एटीएस ने उसके नाम का खुलासा नहीं किया है।

उमर गौतम के घर से मिले 1000  डाक्युमेंन्टश
एटीएस की टीम उमर गौतम के 5-6 और साथियों की भी तलाश कर रही है। जो लोग धर्मांतरण मामले में सीधे तौर पर उसकी संस्था के साथ जुड़े हुए थे। बताया जा रहा है।कि नोएडा में मूक बधिर बच्चों के साथ ही दिल्ली के बीकाजी कामा प्लेस में भी डेफ सोसाइटी और गुरुग्राम और फरीदाबाद में पढ़ने वाले मूक बधिकर बच्चे भी धर्मांतरण गैंग के निशाने पर थे।वहीं जांच एजेंसी को उमर गौतम के घर से एक हजार लोगों के धर्मांतरण के डॉक्युमेंट्स भी मिले हैं। उनमें से 500 से ज्यादा पीड़ित परिवारों की पहचान एटीएस कर चुकी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *