बाराबंकी में 18 मौतें! मंगल की रात में कैसे हुआ अमंगल?

बाराबंकी: मंगलवार की रात बाराबंकी में एक दुखद घटना घटित हुई जिसमें किसी ने अपने बेटे को खो दिया किसी ने अपने पति को खो दिया किसी बहन ने अपने भाई को खो दिया।

दरअसल यह घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के करीबी जनपद बाराबंकी में घटित हुई जहां लखनऊ अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर हरियाणा से बिहार जा रही एक बस को एक ट्रक ने टक्कर मार दी । दरअसल मजदूरों से भरी बस का एक्सल टूट जाने के कारण यह बस रोड के किनारे खड़ी हुई थी और इसी वक्त के आगे कई मजदूर बैठे हुए थे इसी बीच पीछे से आ रहे ट्रक ने बस में टक्कर मार दी।

जिसके बाद मौके पर ही 11 लोगों की मौत हो गई और सात लोगों की मौत इलाज के दौरान हो गई। दुर्घटना के दृश्य इतने हृदय विदारक रहे जिन्हें प्रदर्शित किया जाना संभव नहीं है कई मजदूर बस के पहियों के नीचे दबे हुए थे चारों तरफ सिर्फ और सिर्फ गम का माहौल था घटना की सूचना मिलते ही एडीजी जोन लखनऊ एसएन साबत और एसपी बाराबंकी यमुना प्रसाद मौके पर पहुंचे जहां पर पहले से ही राहत कार्य जारी रहा, सुबह होते ही घटना भारत के समस्त मीडिया की प्रमुख एडलाइन बना रहा।

घटना की सूचना के बाद राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने शोक संवेदना व्यक्त की और घायलों का मुफ्त इलाज कराने की घोषणा की, प्रशासन भी जी तोड़ मेहनत कर घायलों के इलाज और मदद मुहैया कराने में लग गया, पूरे दिन जनपद में साईरन की आवाजें गूंजती रही। डीएम ने जहाँ मौके पर कमान संभाली, वही पुलिस विभाग मुस्तैदी से अपने कर्तव्य को बखूबी अंजाम देने में जुट गया वही स्वास्थ्य विभाग भी अपनी जिम्मेदारी को निभाते देखा गया।

घायलों को इलाज के लिए बाराबंकी ट्रामा सेंटर भेजा गया जहां से गंभीर हालत के 11 मरीजों का इलाज लखनऊ के ट्रामा सेंटर में कराए जाने के लिए रेफर कर दिया गया वही इस दुर्घटना में बाल बाल बचे 81 लोगो को क्षेत्रीय विधायक सतीश शर्मा ने द्वारा भोजन कराया और उनको सकुशल घर भेजने का भी प्रबंध किया।

दुर्घटना में मृतक हुए लोगो का पोस्टमार्टम शुरू किया गया जिसमें डॉक्टरों की कई टीमें लगी रही वही पुलिस विभाग पंचनामा भरने से लेकर मृतकों की शिनाख्त और बाराबंकी पुलिस द्वारा जारी किए गए दूरभाष नंबर पर प्राप्त होने वाली सूचनाओं और संबंधित के परिजनों से बात कराने में अहम भूमिका निभाती दिखी। दुर्घटना पोस्टमार्टम हाउस में राजनीतिक हस्तियों के भी आवागमन शुरू हुआ।

जिसमें वरिष्ठ सपा नेता अरविंद सिंह गोप पंहुचे और उन्होंने मृतक लोगो के प्रति संवेदनाएं प्रकट की…..इतनी अधिक संख्या में पोस्टमाटर्म होते होते दिन ढलने लगा पुलिसकर्मी पंचनामा भरकर मृतकों की लाशों को गंतव्य पर रवाना करने की तैयारियों में जुटे हुए थे, सड़क पर लाश वाहनों और एम्बुलेंस की संख्या देखकर रास्ते पर निकलने वाला हर व्यक्ति आश्चर्यचकित होकर पोस्टमार्टम हाउस की तरफ ही निहार रहा था, कुछ ही समय पश्चात बिहार के विभिन्न प्रांतों से संबंधित मृतकों के शवों को निर्धारित वाहन में रखकर उनके गंतव्य पर रवाना कर दिया गया। घटना के संबंध में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि दुर्घटना के सम्बंध में थाना रामसनेहीघाट पर बस एवं ट्रेवल्स कंपनी के मालिक व ट्रक के चालक पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

इस घटना के बाद जहां बहुत से परिवारों ने अपने कम हो सदस्यों को खो दिया है वहीं दूसरी तरफ देश में एक बार फिर सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के प्रति प्रशासनिक तंत्र और समाज की लापरवाही का मामला भी उजागर हो गया है।

रिपोर्ट: नितेश मिश्रा

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