बाराबंकी की नवाबगंज विधानसभा का चुनाव बहुत रोचक हो गया है। खासतौर पर जब से जिले के प्रसिद्ध नेत्र सर्जन डॉक्टर विवेक सिंह वर्मा ने चुनावी मैदान में कदम रखा है सभी पार्टियां अपने रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए विवश हो रही हैं।
बताया जा रहा है कि उच्च शिक्षित सौम्य व्यवहार के नेत्र चिकित्सक डॉ विवेक सिंह वर्मा 50,000 से अधिक गरीबों को आंखों की रोशनी दे चुके हैं देश विदेश के बड़े अस्पतालों में उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं और बाराबंकी के आवास विकास कॉलोनी में विजय लक्ष्मी आई हॉस्पिटल में भी मरीजों की भारी भीड़ उनकी लोकप्रियता और अच्छे व्यवहार की वजह से एकत्रित होती है।
अब वह जनपद बाराबंकी में बहुजन समाज पार्टी के लोकप्रिय नेता के रूप में अपने राजनीतिक सफर को आगे बढ़ा रहे हैं । नवाबगंज विधानसभा से बसपा प्रभारी और प्रत्याशी के रूप में डॉक्टर विवेक सिंह वर्मा गांव-गांव घर-घर जाकर “सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय” की नीति को लोगों तक पहुंचा रहे हैं और लोगों को यह बता रहे हैं कि जब जब उत्तर प्रदेश में जनता ने बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनाई पार्टी की मुखिया बहन मायावती को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया तब तक उत्तर प्रदेश में लोक कल्याणकारी सरकार ने दलितों पिछड़ों और सभी वर्गों के गरीबों को प्राथमिकता पर लेकर विकास योजनाओं का संचालन किया।
इसके साथ ही ईमानदार अधिकारियों की तैनाती कर के मजबूत कानून व्यवस्था देने का काम किया जिसके चलते गुंडे और अपराधी या तो जेल के अंदर होते थे या फिर उत्तर प्रदेश छोड़कर कहीं और शरण लेते थे।
इन दिनों बाराबंकी की नवाबगंज विधानसभा में डॉक्टर विवेक सिंह वर्मा का यह स्लोगन बहुत चर्चित हो रहा है डॉ विवेक सिंह वर्मा के समर्थकों ने कहना शुरू कर दिया है कि “यदि विकास चाहिए तो विवेक से काम लीजिए” अब बाराबंकी की जनता इस बात पर गंभीरता से विचार कर रही है कि वह एक शिक्षित और सौम्य व्यवहार के प्रत्याशी को अपना समर्थन दें जो न सिर्फ उन्हें विकास की गति से जुड़े बल्कि उनके मान-सम्मान की भी सुरक्षा करें।
द इंडियन ओपिनियन
बाराबंकी