कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा प्रयागराज के बसवार गांव पहुंची। यहां पर उन्होंने निषाद समुदाय की महिलाओं से संवाद किया। इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा की वह नदियों से समाज का जीवन जुड़ा है, निषाद सामाज नदियों का दर्द समझता है, इस दौरान सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की सरकार खनन माफियाओं के साथ है, निषाद समाज के साथ नहीं है जबकि निषाद समाज की वर्तमान की सरकार को बनाने में बड़ी भागीदारी रही है।
उन्होनें कहा की निषादों के पट्टे के लिए कानूनी लड़ाई वह हर स्तर पर लड़ेंगी। कानूनी मदद भी देने का भरोसा दिलाया। इसके बाद यहां से करीब एक किलोमीटर की दूरी तक पैदल चलकर घाट तक गईं। वहां पर टूटी हुई नावों को देखने के बाद सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गईं।
बता दें कि 4 फरवरी को यमुनापार के बसवार गांव में प्रशासन यमुना नदी से हो रहे अवैध खनन को रोकने गया था। आरोप है की उसी दौरान पुलिस टीम पर नाविकों ने हमला बोल दिया। जिसके बाद प्रशासन की टीम ने अवैध खनन करने वालों पर लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें कुछ नाविकों को चोट भी आयी थी, प्रशासन ने अवैध खनन रोकने गई पुलिस टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराया है और खनन को पूरी तरह से रोक दिया है।
जिसके बाद से सियासत तेज हो गई है, हर कोई निषाद समाज को अपना हितैषी बताते हुए नाविकों के बीच पहुंच रहा है, पहले निषाद पार्टी के नेता और उसके बाद समाजवादी पार्टी ने अपना प्रतिनिधि मण्डल भेजा था
वहीं आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी गांव पहुंच कर नाविकों के बीच पहुंचकर सियासी मरहम लगाने की कोशिश की। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार, विधानमंडल दल.की नेता आराधना मिश्रा और प्रमोद तिवारी भी मौजूद रहे।
रिपोर्ट: मनीष वर्मा, प्रयागराज