सहारनपुर :पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज अपने सहारनपुर के दौरे में,कहा कि धुआं उड़ाकर सरकार चलाने वालों ने प्रदेश में नाम बदलने के अलावा विकास का कोई काम नहीं किया। जिन्होंने गीता पढ़ी हैं,क्या उन्हें पता है कि योगी किसे बोलते हैं, जो माया के बीच रहकर माया से दूर रहें। मगर योगी और उनके लोगों का कारनामा लोगों ने लखीमपुर खीरी में देखा, जहां किसानों को गाडिय़ों से कुचला गया। किसान मजदूर विरोधी इस सरकार में कानून को कुचलने का प्रयास किया गया,लगता है ये लोग संविधान को भी कुचलनें में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज पूर्व मंत्री एवं सांसद स्व.चौधरी यशपाल की 100वीं जयंती के मौके पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।उन्होनें कहा कि मौजूदा सरकार में किसान को मवाली व आतंकवादी तक कहा जा रहा है। भाजपा के अपमान के बावजूद किसान पीछे नहीं हटे और दस माह से सड़कों पर डटे हैं। किसान यदि गद्दी पर बैठा सकता है तो उतारना भी जानता है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था मगर सभी चीजों के दाम बढ़ गए। गन्ने का भुगतान नहीं हुआ और धान के सही दाम नहीं मिल रहे हैं। डीजल-पेट्रोल के दाम आसमान पर हैं। कीटनाशक, डीएपी, खाद के दाम बढ़ाए गए। इतना ही नहीं खाद की बोरी में भी चोरी हो गई। सरकार के मंत्री कहते हैं कि सरसों तेल इसलिए महंगा हो गया क्योंकि इसमें हम मिलावट नहीं कर पा रहे हैं। कहा कि केंद्र की नकल कर मुख्यमंत्री एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का वादा करते हैं परंतु नतीजा सिफर है। बिजली के मीटर लग गए और तेज भी भागने लगे। बिल भी बढ़ा दिया। कमरतोड़ महंगाई से बेहाल किसानों को 500 रुपये दिये जाने लगे मगर क्या यह सम्मान की बात है। वास्तव में चुनाव से पहले खाते में पैसा भेजकर सरकार किसानों को धोखा देने का काम कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने गरीबों को मरने के लिये छोड़ दिया। न दवाई दी, न आक्सीजन दी और न ही अस्पतालों में बेड दे पाए। यहां तक कि दाह संस्कार के लिए लकड़ी तक नही दे पाए। गंगा में लाशें उतराती रहीं। अध्यक्षता पंडित शिवकुमार शास्त्री एवं संचालन गंगोह विधानसभा प्रभारी चौधरी इंद्रसेन ने किया। सपा जिलाध्यक्ष चौधरी रुद्रसेन, विधायक संजय गर्ग, पूर्व एमएलसी आशु मलिक, अतुल प्रधान, साहिल खान मौजूद रहे।
रिपोर्ट – आर डी अवस्थी