द इंडियन ओपिनियन
बाराबंकी
बाराबंकी नगर के कंपनी बाग मोहल्ला स्थित अनुपमा हॉस्पिटल की संचालिका डॉ अनुपमा टिबडेवाल ने एक गरीब नि:संतान दंपति को अपने इलाज के द्वारा संतान सुख देकर पुनः एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
मीडिया से बात करते हुए डॉ अनुपमा टिंबडेवाल ने बताया कि जनपद बाराबंकी के ही एक दंपत्ति को शादी के कई वर्षों बाद तक कोई संतान उत्पत्ति नहीं हुई। उन्होंने लखनऊ महानगर सहित कई अन्य जनपदों के चिकित्सालयों में इलाज करवाया परंतु सभी ने उन्हें आईवीएफ ( कृत्रिम गर्भाधान) द्वारा संतान उत्पत्ति की सलाह दी।
यह एक खर्चीली प्रक्रिया होती है अत: गरीब दम्पति इसका खर्च उठाने में सक्षम नहीं था। उन्होंने बताया की महिला की फैलोपियन ट्यूब बंद थी तथा उसका हॉरमोन लेवल भी कम होने के कारण महिला गर्भधारण करने में सक्षम नहीं थी । अनुपमा हॉस्पिटल में लगभग 5 महीने तक चले इलाज में सबसे पहले महिला के मासिक धर्म को नियमित किया गया। इलाज के बाद महिला गर्भवती हो गई तथा उसने लगभग 5 दिन पूर्व एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
डा टिबडेवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिन महिलाओं को शादी के दस वर्षों बाद भी गर्भ न ठहरने के कारण इलाज करके थक चुकी हैं, अनुपमा हास्पिटल में उनका भी सफल इलाज बिना आई वी एफ के केवल दवाओं से ही किया जाता है तथा गरीब महिलाओं के इलाज में पचास प्रतिशत तक छूट दी जाती है। स्त्री रोग सम्बन्धी इलाज तथा ऑपरेशन में भी गरीब महिलाओं को पचास प्रतिशत तक छूट दी जाती है।
गौरतलब है कि पिछले कई वर्षों में अपनी मेडिकल सेवा के दौरान डॉक्टर अनुपमा ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं वह अपनी संवेदनशीलता और मरीजों के प्रति स्नेह के लिए जनपद में काफी लोकप्रिय हैं.