जनता की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बेहतर रखने के लिए अपने फर्ज की राह में एक बार फिर उत्तर प्रदेश पुलिस के एक जांबाज ने अपनी जान गवा दीl बुलंदशहर के सयाना थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह गोकशी के विवाद के बाद उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फोर्स के साथ पहुंचे थे लेकिन भीड़ में मौजूद आतंकियों और अपराधियों ने पुलिस फोर्स पर चारों तरफ से हमला बोल दिया ड्यूटी निभाते हुए इस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पर घेरकर धोखे से हमला किया गया और उन्हें बेरहमी से कत्ल कर दिया गया l यह घटना उसी अंदाज में हुई जिस तरह पिछली सरकार में कुंडा के डीएसपी जिया उल हक की हत्या की गई थी और मथुरा में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसओ संतोष यादव की हत्या की गई थी l
घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं आईजी डीआईजी और एडीजी स्तर के अधिकारियों को भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर भेजा गया है पूरे मामले की जांच के निर्देश एडीजी इंटेलिजेंस को दिए गए हैं l
सूत्रों के मुताबिक बुलंदशहर में गोकशी को लेकर नाराज हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के बाद हालात बेकाबू हो गए सयाना इलाके में गोवंश के अवशेष मिलने के बाद कार्रवाई की मांग को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे इसी बीच भीड़ में कुछ हिंसक तत्व शामिल हो गए और पुलिस पर पथराव करने लगे और वाहनों में आगजनी करने लगे l
पुलिस ने बल प्रयोग किया तो हालात और अधिक बेकाबू हो गए घटा में कई ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हैं एक ग्रामीण की मौत की भी खबर आ रही है और सयाना के थानाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी गई है इसके अलावा कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं l
घटना से जुड़ा एक दिल दहलाने वाला वीडियो आपको दिखा रहे हैं जिस में शहीद पुलिस कर्मी का शव उनकी गाड़ी का हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि दंगाइयों ने किस तरह से एक बहादुर पुलिसकर्मी की हत्या की है और हत्या पुलिस कर्मी की हत्या नहीं है यह उत्तर प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था की हत्या है यह उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की हत्या है यह नागरिक सुरक्षा की सबसे महत्वपूर्ण आवरण की हत्या हैl