कर्नाटक के बेलगाम मठ में बसव सिद्धलिंग स्वामी का शव मिला है। शिष्यों ने सोमवार को जब मठ का कमरा खोला तो सिद्धलिंग का शव फांसी से लटका था। लिंगायत मठ में यौन शोषण से जुड़े एक ऑडियो में अपना नाम आने से बसव सिद्धलिंग स्वामी परेशान थे। इस ऑडियो में दो महिलाएं कर्नाटक के मठों में कथित यौन शोषण के आरोपों का जिक्र कर रही थीं।
कर्नाटक पुलिस ने लिंगायत संत को गुरुवार रात गिरफ्तार किया था, लेकिन शुक्रवार को उन्हें सीने में दर्द के बाद हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। कोर्ट ने लिंगायत संत को 4 दिन यानी 5 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था। आरोप लगाने वाली किशोरियों का कहना है कि वे मठ की ओर से संचालित स्कूल में पढ़ती हैं, उनकी उम्र 15 और 16 साल है। संत ने उनका साढ़े तीन साल से अधिक समय तक यौन शोषण किया।
प्रशासन में कुछ लोग शिवमूर्ति को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। मठ की ओर से संचालित स्कूलों के हॉस्टल से पहले भी लड़कियों के लापता होने की खबरें आ चुकी हैं।
इनमें से कई लड़कियों के साथ दुष्कर्म की बात सामने आई थी। मैसूर के एनजीओ ओडानाडी के डायरेक्टर स्टैनली के। वर्गीस लिंगायत संत के खिलाफ सीबीआई या अदालत की निगरानी में जांच की मांग कर रहे हैं। कई पीड़िताओं को पैसे देकर चुप कराया गया, जबकि कइयों के परिजनों ने बदनामी के डर से उनकी शादी करवा दी।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’