उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर जिले के गोसाईगंज थाना के कटका बाजार के पास से अपहृत दो स्कूली बच्चों को बदमाशों ने फावड़े से काट डाला। वारदात में एक बच्चे की मौत हो गई जबकि दूसरा बच्चा लखनऊ के ट्रामा सेंटर में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
बदमाशों ने गुरुवार को गोसाईगंज थाना के कटका खानपुर से दोपहर में अपहृत बच्चों को कोतवाली नगर के करौदियां मोहल्ले में गोमती नदी के किनारे एक मकान में रखा था। उसके बदले 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। एसपी अनुराग वत्स ने पत्रकारों को बताया कि बच्चों के अगवा होने की सूचना बाद से पुलिस लगातार सक्रिय रही। पुलिस उनकी लोकेशन ट्रेस करके सटीक स्थान पर दबिश दी। रात करीब दो बजे पुलिस उस स्थान पर पहुंची। तब तक बदमाश एक बच्चे श्रेयांश उम्र 6 वर्ष की हत्या कर चुके थे। दूसरे के सर भी गंभीर चोंट मार चुके थे। पर, उसे टीम ने जिन्दा बरामद कर जिला अस्पताल ले आई। जहां से ट्राम सेंटर भेजा गया।
क्या है मामला:
गोशाईगंज थाने के महिलो आशापुर निवासी राकेश कुमार अग्रहरि के बेटे दिव्यांश 08 और श्रेयांश 06 का बदमाशों ने सरस्वती विद्या मंदिर कटका खानपुर में स्कूल में छुटटी होने के बाद गेट से ही गुरुवार को पौने 12 बजे अपहरण कर लिया था। बदमाशों ने अगवा सगे भाइयों के पिता को उनके मोबाइल पर फोन कर 50 लाख रुपए फिरौती मांगी थी। मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण हड़बड़ाए नौसिखिया बदमाशों ने श्रेयांश की हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने शुक्रवार को एसपी ने पत्रकारों को बताया कि गोशाईगंज थाने की पुलिस और स्वाट टीम ने कोतवाली नगर के करौंदिया मोहल्ले के एक मकान से दबिश के दौरान रात करीब दो बजे तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाशों की पहचान सूरज बहेलिया पुत्र घनश्याम हरिओम उर्फ शिवनन्दन शर्मा पुत्र श्रवण कुमार निवासी पलिया और रघुवर यादव पुत्र रामजी निवासी कोहड़ा के रूप में की गई है। पुलिस ने यहां से श्रेयांश के शव को बोरे से बरामद किया। उसका भाई दिव्यांश घायल मिला। पुलिस ने फरार बदमाश शिवपूजन राय पुत्र संतोष निवासी कोहड़ा थाना गोशाईगंज को कोतवाली देहात थाने के अभियाकला शम्भूगंज रोड पर मुठभेड़ के दौरान धर दबोचा। मुठभेड़ में बदमाश के पैर में गोली लगी है। एसपी ने बताया कि राकेश के यहां रघुवर नौकरी करता था। उसी ने पूरी घटना का प्लान किया। घायल दिव्यांश और बदमाश का लखनऊ के अस्पताल में इलाज चल रहा है।