आश्चर्यजनक किंतु सत्य:- मर चुकी माँ के दामन से 4 महीने लिपट कर सोती रही युवती!

रिपोर्ट- नितेश मिश्रा

बाराबंकी-  कभी-कभी समाज में कुछ ऐसी घटनाएं घटित होती हैं जो आप को झकझोर कर रख देती हैं और हैरान होने के लिए मजबूर कर देती हैं। कुछ ऐसी ही घटना सामने आई है जनपद बाराबंकी कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत सरावगी मोहल्ले से। जानकारी के मुताबिक सरावगी मोहल्ले में डी0के0 टंडन नामक व्यक्ति का निजी मकान है, जो सरकारी बस ड्राइवर थे, लगभग 16 वर्ष पूर्व बीमारी के चलते उनकी मौत हो गयी। उनके परिवार में उनकी पत्नी माधुरी टंडन एवम एक बेटी पिंकी टंडन भी थी। पति की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी माधुरी टंडन भी बीमार रहने लगी एवम उनकी पुत्री जो मानसिक रूप से बीमार रहती थी वह अपनी माँ के साथ ही रहती थी।

कुछ समय पूर्व विक्षिप्त युवती की माता का भी देहांत हो गया लेकिन इसकी ख़बर किसी को भी नही लगी परंतु मानसिक विक्षिप्त यह युवती अपनी मां की लाश घर में ही छिपाए रही अक्सर वह अपनी मां के साथ से ही से लिपटकर सोती रही। यह सिलसिला पिछले 4-5 महीनों से चल रहा था।

इन 4 -5महीनों में किसी को कोई शक भी नहीं हुआ लेकिन कुछ दिनों बाद अचानक विक्षिप्त युवती लोगो पर ईंट आदि फेंक कर मारने लगी इस दौरान लोगो ने इस बात पर आश्चर्य जाहिर किया कि इस युवती की माँ घर से बाहर क्यो नही निकल रही, संदेह के आधार पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी जब जांच करने के लिए आयी पुलिस ने घर के भीतर का माहौल देखा तो वहां का नजारा देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए क्योंकि वहां पर लाश के नाम पर सिर्फ मृतक महिला का कंकाल मौजूद था जिस पर कंबल और स्वेटर भी मौजूद था।
        हालांकि मौके पर पुलिस ने उंस कंकाल/शव को  अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और प्रत्येक बिंदु की गहनता से जांच में जुट गए हैं लेकिन यहां सवाल उठता है कि एक महिला जो 4 माह से अपने घर से बाहर ना निकली हो उसके संबंध में आस पड़ोस के किसी भी व्यक्ति के द्वारा उस महिला की जानकारी नहीं ली गई 4 माह तक सुसुप्त अवस्था में रहने वाला यह रहस्य लोगो के संज्ञान में आते ही खबर के रूप में जंगल में आग की तरह फैल गया और लोगों का हुजूम यह मंजर देखने के लिए मौके पर उपस्थित हो गया। मौजूद लोग जहां एक तरफ आश्चर्यचकित थे वहीं दूसरी ओर इस बात को लेकर दुखी थे कि एक बेटी अपनी माँ से इतना मोह रखती है कि उसकी मृत्यु के बाद तक उसके दामन से लिपटी रही।
       पंकज सिंह, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बाराबंकी द्वारा बताया गया कि मृतक महिला एवम उसकी पुत्री के वर्षों से यह निवास कर रहे है तथा मोहल्लेवासियों से भी बात- चीत नही करते थे, और न ही मृतका का कोई रिश्तेदार लगभग 10-15 सालों से उसके घर आया है। मृतक महिला की पुत्री पूर्व से ही मानसिक रूप से बीमार थी संभवतः अपनी माता की मृत्यु के बाद युवती की मानसिक विक्षिप्तता और बढ़ गयी। पुलिस के द्वारा यह भी बताया गया कि  मृतका के कंकाल पर पाए गए गर्म वस्त्रों से प्रतीत होता है कि महिला की मृत्यु ठंढक में हुई है, हालांकि पुलिस के द्वारा कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

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