इटावा अपने निवास पर मौजूद धर्मेंद्र यादव ने सदन में सीएम के लाल टोपी वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि डॉक्यूमेंट गवाह है कि गुंडा कौन है किसने अपने मुकदमे वापस किए है। जहां तक सवाल लाल टोपी का है लाल टोपी क्रांति की निशानी है लाल टोपी को आचार्य नरेंद्र देव जी, लोहिया जी, चौधरी साहब से लेकर नेता जी मुलायम सिंह एवं समाजवादी पार्टी का हर कार्यकर्ता संघर्ष की निशानी के तौर पर सिर पर लगाता है। संघर्ष की निशानी के तौर पर गौरवांवित महसूस करता है। लाल टोपी को मिल रहे जन समर्थन और ताकत को लेकर मुख्यमंत्री में घबराहट है इसलिए ऐसी बयानबाजी कर रहे है।
मार दो, ठोक दो, पीट दो, देख लेंगे, यह भाषाएं पुरानी रही है।
इस बार जनता तैयार है जिस तरह से किसानों का आंदोलन चल रहा है। जनता बीजेपी को सबक सिखाने को तैयार है। इसलिए घबराहट में है। जितनी लाल टोपी की आलोचना करेंगे लाल टोपी की चमक उतनी ही बढ़ेगी।
लाल टोपी समाजवादियों का पोशाक है बचपन से मैने नेताजी को लाल टोपी लगाए देखा है। हर समाजवादियों ने लाल टोपी को अपनी आन बान समझा है। मुख्यमंत्री के बयान से कोई फर्क पड़ने वाला नही है।
रिपोर्ट – ब्यूरो इटावा