*इरादे नेक हो तो मुश्किलें भी आसान होती हैं ,बाराबंकी के जिला प्रशासन की ओर से आम जनता को बेहतरीन जीवन शैली के लिए मिलेगी गणतंत्र दिवस के मौके पर एक बड़ी सौगात .. वीडियो कवरेज के साथ देखिए “द इंडियन ओपिनियन” के लिए देवव्रत शर्मा और मोहम्मद शकील कि खास रिपोर्ट*


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कहते हैं कि इरादे नेक हो तो मुश्किलें भी आसान होती हैंl
बाराबंकी में तैनात युवा आईएएस अफसर अजय द्विवेदी ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है l
लगभग 8 साल पहले बाराबंकी में तैनात तत्कालीन लोकप्रिय जिला अधिकारी विकास गोठवाल ने बाराबंकी शहर के निकट पलहरी चौराहे के पास स्थित तालाब और ग्राम सभा की जमीन को मुक्त कराकर सुंदरीकरण करने की योजना बनाई थीl

तत्कालीन डीएम ने काफी प्रयास किया था लेकिन स्थानीय लोगों की दखलअंदाजी और नेताओं की संदिग्ध भूमिका के चलते यह काम नहीं हो पायाl कुछ लोगों ने बीच में हाई कोर्ट से स्थगन आदेश ले लिया था जिसकी वजह से तत्कालीन जिलाधिकारी को पीछे हटना पड़ा था l
इसके बाद बीते 8 सालों में बाराबंकी में कई डीएम तैनात हुए लेकिन किसी ने भी इस दिशा में ध्यान नहीं दिया l
लेकिन बाराबंकी के वर्तमान जिला अधिकारी उदयभानु के नेतृत्व में बाराबंकी में युवा आईएस ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और एसडीएम सदर अजय द्विवेदी ने अथक प्रयासों के जरिए ना सिर्फ ग्राम सभा के इस बड़े भूखंड से अवैध कब्जे को हटवाया बल्कि जन सामान्य का सहयोग लेकर इसके सुंदरीकरण का भी बीड़ा उठाया l
अब वह दिन दूर नहीं जब बाराबंकी के आम लोगों को अपने शहर में ही एक खूबसूरत पार्क तालाब ओपन जिम और योगा सेंटर की सौगात मिलेगी l
परिवार के साथ अपने बच्चों को लेकर किसी अच्छी जगह की तलाश में निकलने वालों के लिए बाराबंकी शहर में ही एक सुंदर ठिकाना उपलब्ध होगा l

लगभग 30 बीघे के इस रीक्रिएशन सेंटर में एक सुंदर तालाब होगा जिसमें नौकायन की सुविधा होगी इसके अलावा बच्चों के खेलने के लिए पार्क होगा बुजुर्गों और अन्य लोगों के लिए योगा सेंटर होगा नौजवानों के लिए जिम की सुविधा होगी इसके अलावा कैफेटेरिया और खूबसूरत गार्डन एरिया भी होगा l

इस परिसर की खूबसूरती बढ़ाने के लिए बहुत से आर्नामेंटल पौधे भी लगाए जा रहे हैं प्रशासन का पूरा प्रयास है यह क्षेत्र लंबे समय तक बाराबंकी के लोगों के लिए एक खूबसूरत प्राकृतिक वातावरण उपलब्ध कराने का विकल्प बन सके जहां बेहतर जीवन शैली के लिए सुबह शाम टहलने के लिए सुविधाजनक और सुरक्षित स्थान उपलब्ध होl
“द इंडियन ओपिनियन”के लिए देवव्रत शर्मा के साथ मोहम्मद शकील की रिपोर्ट