*उत्तर प्रदेश 69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा निरस्त कराने की मांग जानिए क्या है वजह पढ़िए “द इंडियन ओपिनियन “की खास खबर*

उत्तर प्रदेश परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 शिक्षक भर्ती को निरस्त करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने गुरुवार को डीएम कार्यालय का घेराव किया। छात्र मुख्यमंत्री से वार्ता कराने की मांग पर अड़े थे लेकिन सीएम का समय नहीं मिलने पर आक्रोश जताया। 

शाम को तकरीबन 4 बजे एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया ने बताया कि जिला प्रशासन ने प्रयास किया गया लेकिन व्यस्तता के चलते मुख्यमंत्री से वार्ता कराना संभव नहीं हो सका। हालांकि शिक्षक भर्ती निरस्त करने की मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचा दिया गया है।

युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह व संयोजक राजेश सचान के नेतृत्व में छात्रों ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय एलनगंज से जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकाला। शुक्रवार को फिर 11 बजे से डीएम कार्यालय पर धरना देंगे। छात्रों ने कहा कि परीक्षा में पेपर लीक हुआ और व्यापक पैमाने पर धांधली हुइै है। लिहाजा जब तक परीक्षा निरस्त नहीं होती आंदोलन चलता रहेगा। घेराव करने वालों में इविवि के छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, राजेंद्र यादव, प्रदीप कुमार सिंह, सुनील यादव, सुशांत कुमार सिंह, प्रदीप तिवारी, रविंद्र कुमार भारतीय, अंकुर सिंह, श्रवण कुमार, उपेंद्र नाथ, अतुल यादव, अजय कुमारसिंह, प्रवेश कुमार सहित छात्र शामिल रहे।