कश्मीर को चीन में मिलाने का बयान देने वाले फारूख अब्दुल्ला पर कठोर कार्रवाई क्यों नहीं करती सरकार?

पिछले दिनों कश्मीर क्षेत्र के सांसद फारूक अब्दुल्ला देश विरोधी बयान देते हुए भारत सरकार के खिलाफ जमकर जहर उगला और यहां तक कह दिया कि वह चाहते हैं कि कश्मीर पर चीन का कब्जा हो जाए। अक्सर पाकिस्तान को खुश करने वाला बयान देने वाले फारूक अब्दुल्ला और उनके परिवार ने लंबे समय तक भारत सरकार से तमाम फायदे लिए इसके बावजूद वह भारत के खिलाफ बयानबाजी करते हैं।

फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ देश के तमाम शहरों में लोग आंदोलन कर रहे हैं इसी क्रम में मुज़फ्फरनगर में मंगलवार को हनुमान चौक स्थित कश्यप धर्मशाला में शिवसेना की समीक्षा बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता प्रमोद अग्रवाल जी वह संचालन राधेश्याम कश्यप जी ने किया मुख्य अतिथि उप राज्य प्रमुख लोकेश वत्स जी व देवबंद नगर प्रमुख अखिलेश शर्मा जी उपस्थित रहे। फारुख अब्दुल्ला कश्मीर में चीन की सहायता से दोबारा धारा 370 लाने की बात करते हैं। इसलिए इन पर देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए।

बैठक के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने झांसी की रानी चौक पर नारेबाजी करते हुए फारूख अब्दुल्ला का पुतला दहन किया। 
मुज़फ़्फरनगर के झाँसी की रानी चौक पर दर्जनों शिव सैनिकों ने नारेबाजी करते हुए फारुख अब्दुल्ला का पुतला दहन किया है। पुतला दहन से पहले शिवसेना की समीक्षा बैठक हुई। जिसमे मुख्य अतिथि उप राज्य प्रमुख लोकेश वत्स ने कहा कि फारुख अब्दुल्ला कश्मीर में चीन की सहायता से दोबारा धारा 370 लाने की बात करते हैं। इसलिए इन पर देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए।

बैठक समाप्त होने के बाद शिवसेना के दर्जनों कार्यकर्त्ता नगर इ झाँसी की रानी चौक पर पहुंचे , जहाँ जोरदार नारेबाजी करते हुए फारूख अब्दुल्ला का पुतला दहन किया। जिसके बाद शिवसेना के उप राज्य प्रमुख लोकेश वत्स ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि शिवसेना जिला प्रमुख के नेतृत्व में फारुख अब्दुल्ला का पुतला दहन किया है। वो फारुख अब्दुल्ला जिसके परिवार ने 70 वर्ष किसी ना किसी वजह से कश्मीर पर राज़ किया है। वहां की सुविधाओं का भोग किया है। और आज वो फारुख अब्दुल्ला कहता है कि चीन के माध्यम से दोबारा कश्मीर प्राप्त कर लेंगे। कैसे प्राप्त कर लेंगे भारत का था भारत में है। लोगो ने जो देश के लिए बालीदल दिया वो निअर्थक थोड़े ही है। ये दुखद स्तिथि है ये बड़ा अपमान जनक है , ये देश द्रोह है। ऐसे राष्ट्र द्रोही के विरुद सख्त से सख्त कार्यवाही हों , अगर कार्यवाही नहीं हुई तो देश द्रोहियो के हौसले बढ़ जायेगे। ये मांग लेकर पुतला दहन किया है। आगर कार्यवाही नहीं हुई बड़ा आंदोलन होगा ,

    
 रिपोर्ट – संजीव कुमार मुज़फ्फरनगर।

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