सदस्य विधान परिषद के चुनाव के लिए लखनऊ के सबसे नजदीकी जनपद बाराबंकी में भारतीय जनता पार्टी से कई दावेदार सामने आ रहे हैं लेकिन एक पुराना चेहरा है जिसने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा भारतीय जनता पार्टी का भगवा झंडा लेकर चलने में ही लगा दिया। पूर्व जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह सिद्धू बड़े गर्व से बताते हैं कि “उस जमाने में मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री हुआ करते थे और अयोध्या में राम जन्मभूमि को मुक्त कराने का आंदोलन जोरों पर था लेकिन मुलायम सिंह के आदेश पर पुलिस का कड़ा पहरा था और अयोध्या जाने वाले राम भक्तों का उत्पीड़न हो रहा था मुलायम सिंह ने ऐलान किया था कि उनकी इजाजत के बगैर अयोध्या में परिंदा भी पर नहीं मार सकता तब उन्हें जवाब देने के लिए हमने 27 दिसंबर 1989 उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री मुलायम सिंह यादव की जनसभा में बेनी प्रसाद वर्मा की मौजूदगी में राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में जूता फेंका और विस्फोट किया, जब उन्होंने कहा था अयोध्या की तरफ परिंदा पर नहीं मार पाएगा.. पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया था काफी उत्पीड़न झेलना पड़ा भाजपा के लिए बहुत परेशानियां उठाई 14 बार जेल गए लेकिन पद की लालसा नहीं रही अब हमारे कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि हम सदस्य विधान परिषद का चुनाव लड़ें।”
भाजपा के पुराने और समर्पित लोगों में गिने जाते हैं सुधीर कुमार सिंह सिद्धू में:
सुधीर कुमार सिद्धू बाराबंकी जनपद में भाजपा के सबसे पुराने नेताओं में गिने जाते हैं उनका दावा है कि उन्होंने कभी राजनीतिक निष्ठा नहीं बदली और पार्टी की सेवा में पूरा जीवन लगा दिया जिला अध्यक्ष भी रहे और जिलों के प्रभारी भी रहे पार्टी के लिए जेल यात्राएं भी की हैं अब सदन में जाने की इच्छा है क्योंकि साथी कार्यकर्ताओं का दबाव है कि आप को एमएलसी का चुनाव जरूर लड़ना चाहिए।
पार्टी संगठन और बड़े नेताओं से है उम्मीद:
सुधीर कुमार सिद्धू को उम्मीद है कि पार्टी संगठन से जुड़े महत्वपूर्ण लोग और बड़े नेता उनके योगदान को देखेंगे उन्होंने पूरे समर्पण से भाजपा की सेवा की है और पहली बार पार्टी से कुछ अपने लिए अपेक्षा की है इसलिए पूरा भरोसा है कि पार्टी के नेताओं ने निराश नहीं करेंगे और एमएलसी का टिकट मिलेगा तो पूरी ताकत लगाकर जीत हासिल करेंगे।
जब भाजपा काट रही थी लंबा बनवास तब सिद्धू मौजूद थे पार्टी के पास:
जब भारतीय जनता पार्टी का बनवास चल रहा था और जिले में धरना प्रदर्शन के लिए भी गिने-चुने कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करना मुश्किल होता था उस दौर में भी सुधीर कुमार सिंह सिद्धू अपने खास लोगों के साथ भाजपा का झंडा लेकर धरना प्रदर्शन मैं आगे रहते थे और प्रदेश नेतृत्व राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर पार्टी की लाज बचाने का काम करते थे।
पॉलिटिकल डेस्क दा इंडियन ओपिनियन दीपक मिश्रा प्रधान संवाददाता लखनऊ