रिपोर्ट- मनीष पाल,
कहते है कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है और यह बात फतेहपुर जिले में एक बार फिर सच साबित हुई है। जहाँ एक मासूम बच्ची को जन्म लेने के कुछ घण्टो बाद ही मरने के लिए तिल की खड़ी फसल के बीच खेत मे फेक दिया गया लेकिन बच्ची की रोने की आवाज सुनकर आस पास जानवर चरा रहे चरवाहे जब मौके पर पहुँचे चरवाहे भी बच्ची की हालत देख कर हैरान रह गए। मामले की जानकारी ग्रामीणों द्वारा स्वास्थ्य विभाग को दिए जाने के बाद मौके पर पहुँची सरकारी एम्बुलेंस से मासूम बच्ची को जिला अस्पताल लाया गया जहाँ उसका इलाज किया जा रहा है।
इस मामले की सूचना चाइल्ड लाइन फतेहपुर को मिलने के बाद चाइल्ड लाइन से जुड़े लोग अस्पताल में भर्ती बच्ची की देखभाल कर रहे है। चाइल्ड लाइन की मदद से एक निःसन्तान दम्पति ने इस बच्ची को अपनाने की भी इच्छा जाहिर की है। जिले के चांदपुर थाना क्षेत्र के मकन्दीपुर गांव में खेत मे मिली इस बच्ची को मरने के लिए फेकने वालों की लोग जमकर निंदा कर रहे है। जिला अस्पताल में बच्ची की इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची के प्री मैच्योर होने के चलते उसका वजन कम है लेकिन बच्ची की हालत खतरे के बाहर है।