राप्ती नदी और पहाड़ी नालों में आए बाढ़ के कारण बलरामपुर जिला पिछले 20 दिनों से भारी तबाही का मंजर देख रहा है। बड़े पैमाने पर यहां के लोगों को धन हानि हुई है। जिले के तकरीबन 100 गांवों में राप्ती नदी और पहाड़ी नाले बड़े पैमाने पर कटान कर रहे हैं, जिससे कई जगह पर आवागमन व जनसुविधाओं का कार्य बाधित चल रहा है। वहीं, 2 दिनों से हो रही बारिश लोगों के जी का जंजाल बन गई है। सभी नगर क्षेत्रों सहित तमाम इलाकों के घरों में जलभराव की समस्या देखी जा रही है। बलरामपुर जिले के हरैया सतघरवा ब्लॉक में से ठठरहिया ग्राम सभा में बड़े पैमाने पर नाले के पानी द्वारा कटान किया जा रहा है।
पहाड़ी नालों की बाढ़ बन रही है ग्रामीणों के लिए समस्या :-
नेपाल में स्थित शिवालिक पर्वत शृंखला की तराई में बसे बलरामपुर जिले का क्षेत्र में लगातार बरसात से धोबैनिया, जमधरा, कचनी पहाड़ी नालो में उफान है। इस कारण से विकास खंड हर्रैय्या सतघरवा अन्तर्गत ग्राम पंचायत ठठरहिया सहतीपुरवा गांव के पास करीब 200 मीटर दूरी पर स्थित धोबैनिया पहाड़ी नाला के कटान से किसानों के खड़े फसल तबाह हो रहे हैं। गांव का सड़क भी कटकर नाले में तब्दील हो गया है। यहां के स्थानीय लोग कटान और बाढ़ की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन यहां के ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
कई बीघा खेत और मुख्यमार्ग नाले में समाहित :-
ग्रामीणों ने बताया कि हम ग्रामीण पिछले 20 दिनों से नाले की कटान के दहशत में जी रहे हैं। हमारे कई बीघा खेत कटकर नाले में समाहित हो चुके हैं। इसके साथ ही हमारे गांव को आने वाली मुख्य सड़क भी कट गई है। इसके साथ ही यह डर बना हुआ है कि बाढ़ का पानी कभी भी हमारे गांव में घुस सकता है। लेकिन जिला प्रशासन के लोग और स्थानीय नेता हमारी सुध नहीं ले रहे हैं।
जिला प्रशासन जल्द से जल्द उठाएं कोई ठोस कदम :-
ग्रामीणों ने कहा कि हम शासन, प्रशासन से मांग करते हैं कि सैकड़ों बीघे कृषि योग्य भूमि एवं गांव के मुख्य मार्ग को कटान से बचाने के लिए जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाया जाय। हम लोगों के खेत पर जाने के कारण काफी परेशानी हुई है। हमारे कई बीघा खेत नाले में समाहित हो चुका है। अगर, कटान की जद में और लोग आए तो काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा हमारे गांव का रास्ता भी कटान की जद में आ गया है।
क्या बोले एडीएम बलरामपुर :-
एडीएम अरूण कुमार शुक्ल ने बताया कि सूचना मिली है। मौके पर हल्का लेखपाल को भेजकर जांच कराया जाएगा। ग्रामीणों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बाढ़ खंड के अधिकारियों को पहले भी निर्देशित किया जा चुका है कि वह कटान की जद में आने वाले क्षेत्रों में कटान रोधी कार्य करवाएं। इसके साथ ही जिला प्रशासन का आपदा विभाग लगातार मॉनिटर कर रहा है कि कहां बाढ़ और कटान के कारण नुकसान हुआ है। उन लोगों को उचित मुआवजा दिलाने की कार्रवाई भी चल रही है।
रिपोर्ट – योगेंद्र विश्वनाथ,बलरामपुर