बाराबंकी। थाना हैदरगढ़ पुलिस द्वारा रामू हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए अवैध सम्बन्धों को लेकर हत्या कारित करने वाले 03 अभियुक्तों सहित हत्या का षडयन्त्र रचने वाला ग्राम प्रधान सहित कुल 04 अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने में सफलता प्राप्त हुई।
थाना हैदरगढ़ पर मृतक के भाई श्यामू त्रिवेदी पुत्र कैलाश त्रिवेदी निवासी ग्राम पुरे सूबेदार मजरे रोनी थाना हैदरगढ़ ने सूचना दिया कि दिनांक 13 सितंबर 2020 को मेरे बड़े भाई रामू त्रिवेदी ननिहाल ग्राम बहलीमपुर में रात में खेत की रखवाली करने गए थे।देर रात तक जब वापस नहीं आए तो सुबह 14 सितंबर 2020 को मेरे मामा अवधेश मिश्रा खोजने निकले।तो मेरे भाई रामू त्रिवेदी का शव खेत से थोड़ी दूर पर पड़ा था। हत्या की आशंका के चलते सूचना थाना हैदरगढ़ पुलिस को दी गई।पुलिस द्वारा शव को पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया।पोस्टमार्टम होने पर पता चला कि मृत्यु का कारण गला घोट कर हत्या करना है।
जिसके आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 328/2020 धारा 302 भादवि पंजीकृत किया गया।मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक बाराबंकी डॉ अरविन्द चतुर्वेदी ने तत्काल अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिण मनोज कुमार पांडे के पर्यवेक्षण में क्षेत्राधिकारी हैदरगढ़ पवन गौतम के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया। प्रथम टीम प्रभारी निरीक्षक हैदरगढ़ धर्मेंद्र कुमार रघुवंशी,उप निरीक्षक तेज बहादुर सिंह,उप निरीक्षक बृजभूषण मिश्रा,हेड कांस्टेबल दीनानाथ,कॉन्स्टेबल विनय सिंह,कांस्टेबल विपिन कुमार द्वारा घटना से संबंधित बहलीमपुर गांव के लोगों से जानकारी कर भौतिक साक्ष्य का संतुलन किया जा रहा था और दूसरी टीम प्रभारी उप निरीक्षक विवेक कुमार सिंह,उप निरीक्षक मुन्ना कुमार, हेड कांस्टेबल इदरीश खान,हेड कांस्टेबल राजेंद्र यादव,कांस्टेबल आदिल हाशमी,कॉन्स्टेबल प्रवीण शुक्ला व कॉन्स्टेबल अंकुश शंखवार सर्विलांस/स्वाट के नेतृत्व में डिजिटल डाटा आदि का एनालिसिस किया जा रहा था।
इसी क्रम में प्रभारी निरीक्षक हैदरगढ़ व सर्विलांस/स्वाट टीम ने दिनांक 26 सितंबर 2020 को रामू हत्याकांड से संबंधित चार अभियुक्त गण प्रधान विजेंद्र शुक्ला,राघवेंद्र शुक्ला,विनीत शुक्ला और राजकुमार शुक्ला को लक्ष्मणगढ़ बाजार से शाम गिरफ्तार कर लिया।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस द्वारा बताया गया कि रामू त्रिवेदी अपने ननिहाल ग्राम बहलीमपुर में 4 बीघा खेती की बटाई का कार्य करता था।जिससे उसका बहलीमपुर मजरे कुलहदा ग्राम प्रधान विजेंद्र शुक्ला के घर काफी आना-जाना हो गया, जिसके चलते ग्राम प्रधान के भाई की पत्नी के साथ रामू के अवैध संबंध हो गए।जिसका पता चलने पर प्रधान के भाई ने अपनी पत्नी को काफी मारा पीटा और इसे धमकाया लेकिन उसका रामू पर कोई असर नहीं पड़ा और अवैध संबंध अनवरत चलते रहे।अवैध संबंधों का रामू द्वारा बाहर चर्चा करने पर ग्राम प्रधान के घर की बदनामी होने लगी जिससे ग्राम प्रधान व उसके भाई रामू से रंजिश रखने लगे और उसकी हत्या करने की योजना बनाने लगे। योजना को अंजाम देने का दिनांक 12 और 13 सितंबर की तारीख रखी गई।जिसके चलते ग्राम प्रधान विजेंद्र शुक्ला अपने लखनऊ स्थित आवास पर चले गए ताकि उनके ऊपर कोई शक ना हो।
ग्राम प्रधान का ड्राइवर विनीत शुक्ला,घर का कार्य देखने वाला राजकुमार शुक्ला और उसका भाई राघवेंद्र शुक्ला खेत पर पहुंचे।इन लोगों द्वारा रामू को अपने पास बुलाया गया और इधर उधर की बातें करते हुए उसको बहाने से चलने के लिए कहा।इसके बाद इन तीनों लोगों ने रस्सी से रामू की गला कसकर हत्या कर दी।हत्या को पूर्व में प्रचलित मनगढ़ंत कहानी बनाने के लिए उक्त अभियुक्तों ने सांप के काटने का निशान बना दिया।
लेकिन हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से शव के दाह संस्कार से पहले नहलाया जाता है।इसी क्रम में जब रिश्तेदार व गांव के आसपास के लोगों द्वारा शव को नहलाने की प्रक्रिया शुरू की गई तो उसके गले में काला मोटा निशान और जो सांप काटे का निशान था वह धुल गया।जिसके चलते श्यामू त्रिवेदी ने पुलिस को सूचना दी जिस पर पुलिस अधीक्षक बाराबंकी के आदेशानुसार तत्काल अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी क्षेत्राधिकारी हैदर गढ़ सहित प्रभारी निरीक्षक हैदर गढ़ मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे और शव का पंचनामा कराकर पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया।
भौतिक साक्ष्यों के संकलन के दौरान विजेंद्र शुक्ला ग्राम प्रधान बहलीमपुर मजरे कुलहदा ने पूछताछ में भी तथ्यों के रुख को दूसरी तरफ मुड़ते हुए अपनी चुनावी रंजिश/जमीनी विवाद वाले लोगों पर रामू की हत्या का आरोप लगाया।इस तरह की बात आने पर गांव के लोगों द्वारा मृतक रामू के विजेंद्र ग्राम प्रधान के भाई की पत्नी से अवैध संबंधों की बात बताई गई।
रिपोर्ट- प्रदीप पांडेय एवम सरदार परमजीत सिंह