बाराबंकी: कटे होंठ व तालू वाले बच्चों के इलाज का पंजीकरण 15 अप्रैल तक!

बाराबंकी: कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बाराबंकी में जन्म से कटे होंठ एवं कटे तालू के अब तक 38 बच्चों का पंजीकरण हो चुका है। अभी यह पंजीकरण 15.04.2021 तक चलेगा।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं अमेरिका की स्माइल ट्रेन संस्था के सहयोग से प्रदेश के विख्यात अस्पताल हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपरस्पेशियालटी हास्पिटल, लखनऊ के प्लास्टिक माइक्रोवैस्कुलर काॅस्मेटिक एवं क्रेनियोफेशियल सर्जरी विभाग द्वारा जन्मजात कटे होठ एवं कटे तालू के मरीजों के लिये एक निःशुल्क पंजीकरण का आयोजन 01.04.2021 से 15.04.2021 तक प्रातः 10ः00 बजे से अपरान्ह 05ः00 बजे तक कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बाराबंकी में किया जायेगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बाराबंकी डा0 बी0के0एस0 चौहान ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से सम्बद्ध स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुये कहा कि कई बच्चों के होठ व तालू जन्मजात कटे होते हैं और पूर्ण रूप से स्वस्थ बच्चे की मुस्कान ही उसका आत्मविश्वास जगाती है और इस आत्मविश्वास को वापस लाने में अमेरिका की स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के निदेषक डा0 वैभव खन्ना और प्रदेश का प्रख्यात अस्पताल हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपर स्पेशियालिटी हास्पिटल सार्थक भूमिका निभा रहे है। जन्मजात कटे होठ व कटे तालू के मरीजों की समस्या व उनके निदान के लिये निःशुल्क सुविधा को प्रदेश में प्रसारित करने की आवश्यकता है। जन्मजात कटे होठ व तालू की समस्या लगभग 3000 से 5000 जीवित शिशुओं में से एक को हो सकती है। यह होठ के दोनो तरफ अथवा एक ही तरफ सम्भव है। सामान्यतः तालू के साथ होठ भी कटा होता है परन्तु कभी-कभी अकेले तालू के कटे होने की सम्भावना भी रहती है। इसके कारणों में किसी भी चीज की स्पष्ट भूमिका अभी तक नहीं प्रमाणित है।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/नोडल अधिकारी, आर0बी0एस0के0 बाराबंकी डा0 डी0के0 श्रीवास्तव जी ने प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुये कहा कि यह बीमारी बच्चों में जन्मजात होती है तथा प्लास्टिक सर्जरी द्वारा बच्चों के चेहरे पर मुस्कान वापस लाई जा सकती है। इस संस्था द्वारा किसी भी उम्र के लोगों का इलाज पूर्णतया निःशुल्क है। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक इस प्रोजेक्ट के अन्र्तगत डा0 वैभव खन्ना जी के नेतृत्व में 10000 से अधिक मरीजों का निःशुल्क सफल आपरेशन किया जा चुका है।

डा0 वैभव खन्ना (एम0एस0,एम0सी0एच0) प्लास्टिक सर्जन/प्रोजेक्ट डायरेक्टर स्माइल ट्रेन ने अवगत कराया कि यह जन्मजात विकार अन्य विकारों की अपेक्षा बहुतायत में पायी जाती है। माता-पिता शुरूआती दौर में इस बीमारी को समझ नहीं पाते हैं। समय से उचित चिकित्सीय परामर्श न मिलने से इस बीमारी का इलाज मुश्किल हो जाता है। अगर पैदायशी कटे होठ वाला बच्चा जन्म से 4 माह तक और कटे तालू वाले बच्चे का इलाज जन्म के 8 माह से 15 माह के दौरान किया जाय तो बच्चे के चेहरे पर जीवन भर मुस्कान रहती है। हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपरस्पेशियालटी हास्पिटल में संचालित स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट का यही वास्तविक उद्देश्य है। यदि आपके बच्चे की उम्र उसके आगे निकल गयी है तो भी सर्जरी हो सकती है पर सही समय पर सर्जरी कराने से नतीजा सामान्य से ज्यादा अच्छा होता है। यह सर्जरी किसी भी उम्र के रोगियों के लिये निःशुल्क उपलब्ध है।

डा0 ए0के0 सिंह, डी0ई0आई0सी0 मैनेजर, आर0बी0एस0के0 बाराबंकी ने बताया कि जन्मजात कटे होठ व तालू की विकृति सर्जरी व अन्य उपचारों से पूरी तरह ठीक हो सकती है। इसके सम्पूर्ण इलाज में क्रेनियोफेशियल व आर्थोग्नैतिक सर्जरी जैसी प्रक्रियाओं का भी इस्तेमाल होता है। इस बात को प्रमुखता के साथ उल्लेखित किया गया कि बच्चों का सही समय पर इलाज कराने से यह जन्मजात विकृति पूर्णतयः सही हो सकती है। जब यह सुविधा निःशुल्क उपलब्ध हो गयी है तो किसी भी गरीब मरीज के बच्चे को इस विकृति के साथ रहने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्ण रूप से ठीक बच्चे की मुस्कान ही उसको आत्मविश्वास दिलाती है और इस आत्मविश्वास को वापस दिलाना ही स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट का मुख्य ध्येय है।

हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपरस्पेशियालटी हास्पिटल लखनऊ द्वारा आयोजित इस शिविर में पंजीकृत रोगियों का सम्पूर्ण इलाज पूर्णतया निःशुल्क किया जायेगा। अब तक 38 बच्चों का पंजीकरण हो चुका है। अभी यह पंजीकरण 15.04.2021 तक चलेगा। अधिक जानकारी के लिए स्माइल टेªन संस्था के प्रतिनिधि नीरज कुमार शर्मा के मोबाइल नं0ः 9454159999, 9565437056 पर संपर्क स्थापित किया जा सकता है।

रिपोर्ट- नितेश मिश्रा

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