बाराबंकी: थाना बड्डूपुर पुलिस द्वारा ग्राम लिलौली निवासी रघुराज के 06 वर्षीय अपहृत पुत्र की सकुशल बरामदगी की गयी तथा साजिश व अपहरण करने वाले 04 अभियुक्तों की गिरफ्तारी करते हुए उनके कब्जे से 01 अदद मोटर साइकिल, 04 अदद मोबाइल फोन व 02 अदद तमंचा 12 बोर मय 04 अदद जिन्दा कारतूस बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
दिनांक 12-11-2020 को वादी रघुराज पुत्र दुर्योधन निवासी ग्राम लिलौली थाना बड्डूपुर जनपद बाराबंकी ने थाना बड्डूपुर पर सूचना दिया कि मेरा 06 वर्षीय पुत्र गांव में खेलने के लिए सुबह 8 बजे गया था लेकिन वह घर वापस नहीं आया। किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मेरे पुत्र का अपहरण कर लिया गया है । इस सूचना पर थाना बड्डूपुर में मु0अ0सं0-159/2020 धारा 363 भादवि पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी ।
पुलिस अधीक्षक बाराबंकी डॉ0 अरविन्द चतुर्वेदी द्वारा घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक आर0एस0 गौतम के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी फतेहपुर योगेन्द्र कुमार के नेतृत्व में 02 टीमों का गठन किया गया । गठित प्रथम पुलिस टीम द्वारा भौतिक साक्ष्यों का संकलन व स्थानीय लोगों से सूचना एकत्रित करने का लगातार प्रयास किया जा रहा था। द्वितीय टीम को परिवारी जनों से समन्वय स्थापित कर डिजिटल डेटा आदि का एनालसिस करने हेतु लगाया गया । इसी बीच पुलिस द्वारा परिवारी जनों से बात करने पर बताया गया कि दिनांक 12.11.2020 को सुबह एक फोन आया था जिसमें 03 लाख की फिरौती दिये जाने एवं पुलिस से बताने पर बच्चे को मार देने की धमकी दी गयी थी । प्रार्थना पत्र में यह बात न लिखे जाने की बात पुलिस द्वारा पूछी गयी तो परिवारी जनों ने बताया कि हम लोग डर गये थे इसलिए फिरौती की बात नहीं बतायी।
पुलिस टीम द्वारा फिरौती हेतु काल का डिजिटल डेटा एनालिसिस किया जाने लगा तो महत्वपूर्ण सुराग मिलने लगे । इसी बीच पुलिस के तुरन्त सक्रिय होने व पुलिस का दबाव बढ़ने के कारण दिनांक-12.11.2020 को अभियुक्तगण द्वारा सांयकाल में ही बच्चे को गांव के बाहर अंधेरे में छोड़ कर चले गये। पुलिस टीम द्वारा बच्चे को सकुशल बरामद होने पर घटना में शामिल अपराधियों की अपहरणकर्ता की गिरफ्तारी के लिए योजना बद्ध अभियान आरम्भ किया गया। बरामद बच्चे से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई, जिसका पुलिस द्वारा समस्त कड़ियों को एक-दूसरे से जोड़ते हुए डिजिटल डेटा व भौतिक साक्ष्य आदि की मदद से सत्यापित कर अपहरणकर्ता तक पहुंचने में अहम भूमिका रही।
इसी बीच दिनांक 16.11.2020 को प्रभारी निरीक्षक बड्डूपुर जितेन्द्र विक्रम सिंह मय पुलिस टीम द्वारा अभिसूचना को विकसित करते हुए विमल पुत्र रमेश चन्द्र,संजय पुत्र सुरेश व सुधीर पुत्र राम कुवारे उर्फ कुवारे निवासी ग्राम लिलौली थाना बड्डूपुर बाराबंकी को उस समय गिरफ्तार किया जब अभियुक्तगण एक ही मोटर साइकिल UP 41 AR 8983 सुपर स्पलेण्डर पर बैठकर ग्राम मौलाबाद रीवा-सीवां की तरफ आ रहे थे । इसके अलावा घटना के षडयन्त्र कर्ता राहुल वर्मा पुत्र राजेन्द्र प्रसाद वर्मा निवासी इसरौली थाना फतेहपुर बाराबंकी को ग्राम इसरौली के मोबाइल शॉप के सामने से गिरफ्तार किया गया।अभियुक्त विमल व अभियुक्त संजय के पास से 02 अदद तमंचा 12 बोर मय 04 अदद जिन्दा कारतूस व 04 अदद मोबाइल फोन (02 अदद विमल के पास से व 01-01 संजय व सुधीर के पास से) बरामद किया गया।
अभियुक्तगण से पूछताछ व भौतिक/डिजिटल साक्ष्य से प्रकाश में आया कि अभियुक्त विमल व संजय 05वीं पास है और सुधीर ने पढ़ाई नहीं की है । यह तीनों मिलकर महाराष्ट्र के जलाना जनपद में स्थित एक फैक्ट्री में काम करते थे और लगभग 12-14 हजार रूपये प्रतिमाह कमाते थे, जिससे अपने दुर्व्यसनों पर खर्च करते थे । नवम्बर 2019 में तीनों अभियुक्तगण महाराष्ट्र से अपने घर आये और फिर लॉकडाउन व कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण महाराष्ट्र नहीं गये । इस तरह इनके महंगे शौक और फिजूल खर्ची को पूरा करने के लिए इनके पास रूपये नहीं रह गये तो इनके द्वारा एक षडयन्त्र रचा गया। अभियुक्त सुधीर ने अपने साथियों के साथ मिलकर अपने चचेरे 06 वर्षीय भाई का अपहरण कर फिरौती की मांग करने की योजना बनायी। इसी योजना के तहत अभियुक्तगण इसरौली थाना फतेहपुर में अपने जानने वाले अभियुक्त राहुल वर्मा की एक मोबाइल शॉप पर गये और बिना पहचान पत्र के सिम की मांग की गयी तो राहुल वर्मा ने इसका कारण पूछा जिस पर अभियुक्तगण द्वारा अपनी योजना के बारें में राहुल को बताया गया और घटना से मिलने वाले पैसे को उसे भी देने का वायदा किया गया जिस पर राहुल वर्मा द्वारा यह कहते हुए एक सिम दिया कि इस सिम को आप पुराने मोबाइल जो प्रयोग नही करते हो उसमें डालकर बात करना तो पकड़े नहीं जाओगे। राहुल वर्मा द्वारा उपलब्ध कराया गया सिम ग्राम बसारा निवासी मो0 वैश के नाम से पूर्व में एक्टीवेट करके रखा गया था जो बिना बताये मोबाइल बनवाने के नाम पर फोटो व आधार कार्ड लिया गया था। योजनानुसार अभियुक्त विमल व सुधीर बच्चे के पास गये और मोटर साइकिल पर उठाकर मित्तई थाना देवा क्षेत्रान्तर्गत लेकर चले आये । बच्चा अपने चचरे भाई सुधीर को पहचानने के कारण बिना रोये मोटर साइकिल पर बैठा रहा । अभियुक्त विमल द्वारा इसरौली से लिए गये सिम को अपने पुराने टूटे मोबाइल में लगा कर 03 लाख की फिरौती की रकम के लिए बच्चे के पिता/वादी को फोन किया । इधर गांव लिलौली में अभियुक्त संजय जिसकी गांव में परचून की दुकान है, सारी गतिविधियों एवं पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाहियों के सम्बन्ध में अभियुक्त विमल व सुधीर को अवगत कराया जा रहा था। पुलिस की सक्रियता को देखते हुए अभियुक्त विमल व सुधीर ने रात के अंधेरे में अपहृत बच्चे को लाकर गांव के बाहर छोड़ दिया और वहां से चले गये ।
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र विक्रम सिंह, उ0नि0 अरूण कुमार, हे0का0 गोविन्द प्रसाद तिवारी, का0 सुशील कुमार तिवारी, का0 रमेश पटेल, का0 राहुल कुमार थाना बड्डूपुर जनपद बाराबंकी शामिल रहे।
रिपोर्ट–नितेश मिश्रा / सरदार परमजीत सिंह