बाराबंकी: मधुमक्खी पालन से होने वाली आय से थाने चौकियों के रखरखाव की एक महत्वपूर्ण योजना का शुभारंभ।

बाराबंकी।आज अपर पुलिस महानिदेशक लखनऊ जोन, लखनऊ एस0एन0 साबत द्वारा पुलिस लाइन्स बाराबंकी में आयोजित गरिमामयी कार्यक्रम में थाना/चौकियों पर लगाये जाने वाले मधुमक्खी के डिब्बों की गाड़ियों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।

पुलिस अधीक्षक बाराबंकी डॉ0 अरविन्द चतुर्वेदी ने थानों व चौकियों पर 10-10 मधुमक्खी के डिब्बे रखवाकर मधुमक्खी पालन से होने वाली आय से थाने-चौकियों के रख रखाव की एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है, जिसकी आज शुरुआत हुई। पुलिस विभाग में जनपद स्तर पर प्राइवेट फण्ड बनाए जाने की व्यवस्था है, जिससे प्राप्त धनराशि पुलिस लाइन्स/थानों के फुटकर कार्यों/पुलिस विभाग के कर्मचारियों एवं उनके परिवार के कल्याण के लिए व्यय की जाती है।

बैण्ड फण्ड (जिन जनपदों/वाहनियों में बैण्ड उपलब्ध है), आटा चक्की फण्ड, पी0सी0ओ0 फण्ड, आर0ओ0 प्लांट फण्ड, कैंटीन फण्ड आदि प्रचलित फण्ड हैं। इसका लाभांश स्थापित प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए कर्मचारियों एवं उनके परिवार की सुख सुविधाओं में व्यय किया जाता है। पुलिस मुख्यालय द्वारा प्राइवेट फण्ड के रखरखाव हेतु नियम/निर्देश दिनांक 01.08.11 में एक गार्डन फण्ड भी है, जिसमें फलदार वृक्षों में फलों के विक्रय से, पुलिस भूमि पर की जाने वाली खेती से अथवा पुलिस भूमि के किसी व्यवसायिक उपयोग से होने वाली आय को अर्जित कर इस प्राइवेट फण्ड में जमा किया जा सकता है। इसका उपयोग थाने के कर्मियों एवं उनके परिवारों के कल्याण हेतु एवं थानों/चौकियों के सामान्य रख रखाव हेतु ही किया जाएगा। इस अभियान को “मधुनिवेश” योजना कहा जाएगा।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डॉ0 अरविन्द चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन में बताया कि चार माह पूर्व उनकी मुलाकात “मधुमक्खीवाला” नाम से विख्यात युवा उद्यमी निमित सिंह से हुई, उनसे हुई बात चीत के दौरान उनके मन में थाने चौकियों पर 10-10 मधुमक्खी के डिब्बे रखवाये जाने की योजना बनी। 10 डिब्बों पर लगभग 40,000/- रुपयों का निवेश करना है और इससे लगभग 75,000/- से 1,00,000/- तक की आमदनी सम्भावित है। 10 डिब्बों के रखरखाव पर वर्ष भर में लगभग 10,000/- रुपये का व्यय होगा। इस प्रकार औसतन पहले वर्ष 40 से 50 हजार रुपये एवं आगामी वर्षों में 75,000/- से 1,00,000/- रुपये की आय होने की सम्भावना है।

उल्लेखनीय है कि मधुमक्खी के इन डिब्बों से शहद के अतिरिक्त तीन अलग-अलग बाई-प्रोडक्ट भी प्राप्त होते हैं, जिनमें बीजवैक्स, पोलन (मधुमक्खियों के पैर में लगा फूलों का पराग जो बहुत अधिक प्रोटीन युक्त होता है), परपोलिस (पेड़ के प्राकृतिक गोंद को मधुमक्खियां अपने डिब्बों के छिद्रों को सील करने के लिए लाती हैं, जो बहुत इम्युनिटी वर्धक होता है)।

डॉ0 चतुर्वेदी ने बताया कि पुलिस लाइन्स/थानों पर पाली जाने वाली मधुमक्खियां एपिस मेलिफेरा (APIS MELLIFERA) नामक प्रजाति की हैं, जो पहली बार भारत में 1994 में कांगड़ा, हिमांचल प्रदेश में इटली से लायी गयी थीं, उसके बाद पंजाब एग्रीकल्चर यूनीवर्सिटी में इसके प्रजनन का शोध हुआ और धीरे-धीरे पूरे उत्तर भारत के मधुमक्खी पालकों ने इन्हें रखना शुरू किया। यह भी रोचक तथ्य है कि यह मधुमक्खियां अपने 45 दिन के जीवनकाल में तीन प्रमुख कार्य करती हैं। पहला, पांच दिन की मधुमक्खी नर्स-मधुमक्खी के रूप में डिब्बों में उपस्थित लार्वा को फीड कराती है। दूसरा, दस दिन की मधुमक्खी डिब्बों के आस-पास चौकीदारी का काम करती है। तीसरा, पन्द्रह दिन की मधुमक्खी फ्रोजेन (FROZEN) के रूप में अपने डिब्बों से लगभग 05 किलोमीटर की परिधि से भोजन, नेक्टर तथा पोलन लाने का काम करती है। मधुमक्खी के पेट में दो भाग होते हैं, एक में वह स्वयं जीवित रहने के लिए खाना रखती है और दूसरे हनी स्टमक में नेक्टर रखती है, जिसे फ्रक्टोज, शुक्रोज और ग्लूकोज में विभाजित कर शहद तैयार करती है और अपने डिब्बे के ऊपरी भाग में शहद जमा करती है। जनपद बाराबंकी में 27 थानों/चौकियों के परिसर में मधुमक्खी पालन हेतु 10-10 मधुमक्खी के कुल 270 डिब्बे लगाये जा रहे हैं।

जिलाधिकारी बाराबंकी डॉ0 आदर्श सिंह ने जनपद बाराबंकी पुलिस के पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह राजस्व एवं विकास विभाग के परिसर में मधुमक्खी पालन करायेंगे।
अपर पुलिस महानिदेशक लखनऊ जोन, लखनऊ एस0एन0 साबत ने पुलिस अधीक्षक बाराबंकी द्वारा मधुमक्खी पालन कराकर थाना/चौकियों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की पहल की सराहना करते हुए इसे एक महत्वाकांक्षी योजना बताया। उन्होंने बताया कि वह स्वयं भी अपने विद्यार्थी जीवन में मधुमक्खी पालन से जुड़े रहे हैं और इससे होने वाले लाभों से परिचित हैं। उन्होंने कहा कि बाराबंकी पुलिस के आगामी 06 महीनों के अनुभव के आधार पर लखनऊ जोन के सभी जनपदों में मधुमक्खी पालन कराए जाने पर विचार किया जायेगा।

इस अवसर पर जनपद बाराबंकी के प्रतिसार निरीक्षक राजकुमार मिश्र, आर0आई0 एम0टी0 सुभान अली,यातायात प्रभारी रितेश पाण्डेय,आर0टी0सी0 प्रभारी आजिम हुसैन,एच0सी0 ए0पी0 लोकेश मलिक, एच0सी0 ए0पी0 ज्ञान प्रकाश द्विवेदी आदि उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

रिपोर्ट- नितेश मिश्रा/सरदार परमजीत सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *