बाराबंकी: शिक्षकों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित करने की मांग की!मुख्यमंत्री को भेजा पत्र

बाराबंकी: उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पू.मा.) शिक्षक संघ, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष राम कृष्ण सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया कि कोरोना महामारी के बीच शिक्षक लगातार से बचाव और राहत कार्य में अपनी सेवा दे रहे है। जिसमें वह स्वयं बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव भी हुए है। अभी हाल ही में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शिक्षकों ने प्रतिभाग किया है, जिसमें बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव हुए शिक्षिकों ने अपनी जान गंवा दी, आज उनका परिवार बेहाल है। सरकार से इन परिवार की सहायता की मांग की है।

संघ के कार्यवाहक महामंत्री/ बाराबंकी जिलाध्यक्ष अरुणेन्द्र कुमार वर्मा मुन्ना ने कहा कि शिक्षक कोरोना वायरस की पहली लहर के बीच भी अन्य विभाग के कार्मिकों की भांति कार्य करते हुए प्रवासी जनों के पलायन एवं आमद के समय रेलवे स्टेशन सहित, कंट्रोल रूम, कोरेन्टीन सेंटर पर सेवा दी है। वर्तमान में भी शिक्षक निगरानी समिति के सदस्य के साथ ही कोरोना टीकाकरण में सहयोग दे रहे है। इसके बाद भी आज तक कोरोना महामारी में पूर्ण निष्ठा भाव से सेवा देने वाले शिक्षक को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा प्राप्त नही हो सका है, जबकि अन्य विभाग के कर्मचारी यथा आंगनबाड़ी, सफाईकर्मी आदि को कोरोना वारियर्स घोषित किया जा चुका है।

संघ की ओर से प्रांतीय कोषाध्यक्ष संजय कुमार कनौजिया ने मुख्यमंत्री जी ने अनुरोध किया है कि ग्राम्य विकास विभागों, पंचायती राज, बाल विकास पुष्टाहार के कर्मचारियों की भांति कोरोना महामारी की ड्यूटी में लगे बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक व अन्य कर्मचारियों को भी फ्रंट लाइन वर्कर्स घोषित करने का कृपा करें। जिससे प्रदेश के सभी शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भांति कोरोना वारियर्स के रूप में शासन द्वारा प्रदत्त सभी लाभ मिल सके।

रिपोर्ट- नितेश मिश्रा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *