रिपोर्ट – दीपक मिश्रा,
गैंगस्टर विकास दुबे के बहाने ब्राह्मण समाज के कई लोगों के एनकाउंटर और कथित तौर पर ब्राह्मणों के खिलाफ प्रदेश सरकार की कार्रवाई को लेकर विपक्षी दल पहले से ही योगी आदित्यनाथ पर सरकार पर हमलावर हैं।
वही ब्राह्मण समाज में कथित असंतोष को मीडिया में भी खूब प्रचार मिल रहा है उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने मौके की नजाकत को समझने में देर नहीं लगाई है और उत्तर प्रदेश में लगभग 15% वोट बैंक रखने वाले ब्राह्मण समाज को अपने खेमे में मिलाने के लिए समाजवादी पार्टी ने बड़ा राजनीतिक दांव चला है।
समाजवादी पार्टी जल्दी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भगवान परशुराम की 108 फीट ऊंची प्रतिमा लगवाने जा रही है उसके लिए समाजवादी पार्टी के कई प्रमुख ब्राह्मण नेता राजस्थान के चर्चित मूर्तिकारों के संपर्क में भी हैं।
समाजवादी पार्टी या काम अपने खर्च पर कराएगी इसके लिए चंदा इकट्ठा किया जाएगा l सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी के सहयोगी संगठन भगवान परशुराम चेतना मंच के द्वारा यह कार्य संपन्न किया जाएगा।
अखिलेश यादव चाहते हैं कि उन्हें ब्राह्मण समाज का समर्थन मिले इसलिए उन्होंने समाजवादी पार्टी के अपने ब्राह्मण ब्रिगेड को निर्देश दिया है कि वह ब्राह्मणों को जोड़ने का अभियान तेजी से चलाएं और राजधानी लखनऊ में भगवान परशुराम की 108 फीट की ऊंची प्रतिमा किसी उपयुक्त स्थान पर शीघ्र लगाई जाए।
गौरतलब है कि 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को ब्राह्मणों का पूरा जनसमर्थन मिला था जिसके बाद बहुमत की सरकार के अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने थे।