जिले में पंचायत चुनाव के लिए सरगर्मियां तेज हो गई हैं समाजवादी पार्टी ने जहां किरण यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। वही, भारतीय जनता पार्टी ने बलरामपुर जिले से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 21 वर्षीय आरती तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया है। आरती तिवारी प्रदेश में जिला पंचायत सदस्य चुनाव को जीतने वाली सबसे कम उम्र की अभ्यर्थी थी। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को तकरीबन 8,500 मतों से मात दी थी। भाजपा के इस कदम की प्रशंसा की जा रही है।
भाजपा ने दिया आरती को टिकट :-
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए सभी प्रमुख दल मैदान में हैं। सभी राजनीतिक दल लगातार अपने प्रत्याशियों की सूची लगातार जारी कर रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 25-26 तारीख़ को नामांकन किया जाएगा और 3 जुलाई को चुनाव होगा। उसी दिन रिज़ल्ट भी जारी किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी का इस चुनाव में दबदबा होना तय माना जा रहा है। लेकिन भाजपा के एक कदम की चर्चा अब चहुँओर हो रही है। भाजपा ने बलरामपुर की महिला सामान्य रिज़र्व सीट के लिए पहली बार चुनाव जीत कर आईं आरती तिवारी को उम्मीदवार बनाया है।
कैसा है आरती का सफ़र :-
आरती तिवारी जिले के स्थानीय महारानी लाल कुंवरि महाविद्यालय में स्नातक अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। इनकी उम्र कुल 21 वर्ष बताई जा रही है। आरती तिवारी का तालुक न तो किसी बड़े राजनीतिक घराने से है और ना ही उनके परिजनों ने कभी किसी बड़े पद के लिए चुनाव लड़ा है। लेकिन उनके चाचा श्याम मनोहर तिवारी ने जिले के बरदौलिया क्षेत्र के लिए तमाम काम किया है। जिसके कारण क्षेत्र में उनके और उनके परिवार का काफी राजनीति मान है।
क्या बोले जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह :-
जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने आरती तिवारी के टिकट की घोषणा करते हुए जानकारी दी कि आरती पढ़ी-लिखी उम्मीदवार है। राजनीति में इन जैसे नौजवान के आने से न केवल युवाओं को राजनीति में आने की प्रेरणा मिल सकेगी। बल्कि यदि यह जीतकर जिला पंचायत अध्यक्ष बनती हैं तो इनके विजन के कारण जिले का चौमुखी विकास भी हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त अगर उनके राजनीतिक रुझान की बात की जाए तो उनके चाचा श्याम मनोहर तिवारी भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं। वह काफी समय हर्रैया सतघरवा क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
क्या बोले विधायक तुलसीपुर :-
वहीं, तुलसीपुर क्षेत्र से विधायक कैलाश नाथ शुक्ला ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी में कार्यकर्ताओं की किस तरह कद्र की जाती है आरती तिवारी को टिकट मिलना इस बात का एक उत्कृष्ट उदाहरण है आरती तिवारी जैसे सामान्य कार्यकर्ता भी भारतीय जनता पार्टी में चुनाव लड़ता है बड़े होते तक पहुंच सकते हैं उन्होंने कहा कि आरती तिवारी जैसे नौजवानों के आने से न केवल जिले में विकास अच्छा होगा बल्कि लोगों युवाओं में राजनीति के प्रति रुचि भी बढ़ेगी।
क्या है आरती के प्रस्तावक चाचा :-
आरती तिवारी के चाचा और भाजपा के पुराने कार्यकर्ता श्याम मनोहर तिवारी ने बताया कि आरती अभी 21 वर्ष की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को जिला पंचायत सदस्य के चुनावों में तकरीबन 8500 वोटों से मात दी थी।
वह बताते हैं कि आरती कुमारी के चुनाव जीतने का मुख्य कारण उनका शिक्षित होना व परिवार द्वारा जनता के बीच किया गया काम है।
वह कहते हैं कि यदि आरती जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी तो निश्चय ही उनके विजन से महिलाओं का मान-सम्मान बढ़ने के साथ-साथ विकास की एक नई गाथा लिखी जा सकेगी।
रिपोर्ट – योगेंद्र विश्वनाथ, बलरामपुर