कानपुर मण्डल के 161 कि०मी०लंबे रेलवे ट्रैक के चप्पे-चप्पे पर होगी सुरक्षा-व्यवस्था
भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के कानपुर दौरे को लेकर इस बार तैयारियों काफी व्यापक की गई हैं। यह इसलिए क्योंकि वर्षों बाद राष्ट्रपति प्रेसिडेंशियल ट्रेन से आ रहे हैं। नई-दिल्ली से कानपुर सेंट्रल तक ट्रेन का सफर 427 किमी लंबा होगा।
हालांकि कानपुर मंडल में राष्ट्रपति की यात्रा तकरीबन 161 किमी होगी। इसके लिए इटावा, औरैया,कानपुर देहात और कानपुर नगर पुलिस ने आरपीएफ और जीआरपी के साथ मिलकर रणनीति तैयार कर ली है। तय किया गया है कि रेलवे स्टेशनों व उसके इर्दगिर्द सुरक्षा की जिम्मेदारी रेलवे पुलिस की होगी,जबकि इस दायरे से बाहर सिविल पुलिस कमान संभालेगी। ट्रैक की सुरक्षा को लेकर रेलवे के रेल पथ निरीक्षक (पीडब्ल्यूआइ) सक्रिय रहेंगे।
ट्रैक के किनारे गांवों में पुलिस रहेगी तैनात
● चप्पे-चप्पे पर होगी सुरक्षा,
●70 किमी लंबा रेलवे ट्रैक,
● सात थाना क्षेत्रों से गुजरता ट्रैक,
● 22 गांव ट्रैक के किनारे,
● 32 रेलवे क्रॉसिंग है,
इटावा जनपद की सीमा में रेलवे स्टेशन बलरई से साम्हों तक रेलवे ट्रैक है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह के मुताबिक सभी स्टेशनों, रेलवे क्राङ्क्षसग,अंडर पास तथा ओवरब्रिज पर 44 प्वाइंट पर सिविल पुलिस तैनात रहेगी। जीआरपी थाना प्रभारी नौशाद अहमद ने बताया कि जीआरपी की सीमा बलरई से फफूंद तक है। इस दूरी पर 56 प्वाइंट बनाए गए हैं। पर्याप्त फोर्स तैनात किया जा रहा है। इसी तरह आरपीएफ रेलवे ट्रैक पर चौकसी बरतेगी। जनपद की सीमा में 32 क्रासिंग,चार ओवरब्रिज, दो अंडरपास तथा छह स्टेशन हैं।
रिपोर्ट- विजयेन्द्र तिमोरी,