रिपोर्ट – आरडी अवस्थी
सीतापुर के रामपुरकलां थाना क्षेत्र के सरैंया राजासाहब में पड़ी डकैती दौरान गोली लगने से घायल हुए गृहस्वामी के पुत्र मनीष मिश्र की मौत हो गई। मनीष रेसिंग का उभरता हुआ सितारा था। पुलिस ने 8 लोगो को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा तो कर दिया था किंतु आख़िरकार गृहस्वामी को घटना ने गहरा जख्म दे दिया।
मनीष की मौत के बाद से जहां घर में कोहराम मचा है वहीं सरैंया सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। गौरतलब हैं की बीस जून की मध्य रात्रि रामपुरकलां के थाना क्षेत्र के सरैया राजासाहब निवासी रामनरेश मिश्र के घर असलहाधारी नकाबपोश डकैतों ने धावा बोल दिया था। विरोध करने पर डकैतों ने गृहस्वामी रामनरेश मिश्र व उनकी पत्नी की असलहों की बट से पिटाई शुरू कर दी थी जिससे वे दोनों गम्भीर रूप से घायल हो गये थे। माता पिता की जान जोखिम में देख बेटा मनीष मिश्र भी बदमाशो से भिड़ गया।
बदमाशों ने अपने आप को घिरता देख मनीष मिश्र को गोली मार दी और मंगलसूत्र लूट कर फरार हो गए। अगले दिन 21 जून को पुलिस ने 8 बदमाशों को ग़िरफ्तार कर घटना के खुलासे का दावा किया था। उधर गम्भीर रूप से घायल मनीष मिश्र का इलाज लखनऊ के मेडिकल कालेज स्थित ट्रामा सेंटर में चल रहा था जहां बीती रात इलाज़ के दौरान उसकी मौत हो गई। मनीष की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा है। बताया जाता है कि मनीष मिश्र रेसलिंग का उभरता सितारा था और हाल में ही उसने जिले में आयोजित मध्यमिक क्रीड़ा प्रतियोगिता में 100, 200 व 400 मीटर की दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कालेज में 100 मीटर की दौड़ का प्रमुख धावक था। मनीष के दोस्तो के मुताबिक उसे स्पोर्ट्स में काफी रुचि थी।