बांसी। जिले के तमाम अधिकारी सुबह से ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सघन दौरा कर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लें रहें हैं। वहीं नदियों के जलस्तर भयंकर रूप ले लिया है। बांसी तहसील क्षेत्र के सूपा से अशोगवा नगवा बांध पर डडिया व भगौतापुर गांव के बीचोबीच बांध बीती रात लगभग तीन बजे कट जाने के कारण तमाम गांव प्रभावित हो गये।
यह बांध कटने से तमाम एक घर भी गिर गये वहीं बलूआ,नगवा,खम्हरिया,गेनवरिया,तारागुजरौलिया,मरचा,चवंरताल,कोडरी,बिहरा,भडहि उर्फ मिश्रौलिया,घरहरा,नवईला,सतवाढ़ी,चांदेगडिया, नारायनपुर, सहित कुल लगभग 35गांव बाढ़ के चपेट में आ गया है जिसपर प्रसाशन द्वारा 35गांवों को मैरुंड घोषित किया गया।मोके पर उपजिलाधिकारी बांसी प्रमोद कुमार ने निर्देश दिया कि राहत एवं बचाव कार्य में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिन गाँवो में पानी भरा है, उन गांवों की विशेष निगरानी एन0डी0आर0एफ0/एसडीआरएफ टीम,फ्लड पी0ए0सी0 टीम मदद से करायी जाए।
उन्होने कहा कि किसी भी बाढ़ पीड़ित या उनके परिवारों को कोई दिक्कत न होने पावे, इसका राहत और बचाव कार्य मे लगे अधिकारीगण विशेष ध्यान रखें। राहत शिविरों में उनके भोजन की समय समय पर व्यवस्था दुरुस्त रखी जाय।लोग स्वयं के बचाव के लिए सर्पदंश को लेकर जागरूक रहने की आवश्यकता है। क्योंकि सर्पदंश काफी बड़े हुए हैं ।उपजिलाधिकारी ने को बाढ़ पीड़ितों उनके परिवार के स्वास्थ्य की देखभाल हेतु मुकम्मल व्यवस्था निरन्तर बनाये रखने हेतु निर्देशित किया।
उन्होने निर्देश दिया कि राहत शिविरों/बाढ़ चौकियों पर मेडिकल टीम मुस्तैद रहे, तथा मोबाइल मेडिकल टीम द्वारा निरन्तर भ्रमण कर बाढ़ पीड़ितों की देखभाल करते रहे। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि ग्राम स्तर पर जो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आशा एवं आशा संगिनी तैनात है वे अपने गाँव मे ध्यान रखे कि यदि किसी गर्भवती महिला को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराया जाना है तो उन्हें अस्पताल भेजकर तत्काल सुविधा मुहैया कराए।इस दौरान उपजिलाधिकारी बांसी प्रमोद कुमार व खंड विकास बांसी अधिकारी आनंद कुमार गुप्त द्वारा बाढ़ पीड़ितों में लंच पैकेट वितरित किया गया