कार्तिक पूर्णिमा पर आज देशभर में देव दिवाली मनाई जा रही है। ऐसी मान्यता है कि आज ही के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। इस खुशी में देवी-देवता काशी के गंगा घाट पर उतरे और अनेकों दीए जलाए। इसीलिए इसे देव दिवाली कहा जाता है। इसी परम्परा के तहत दुनियाभर के श्रद्धालु पावन नदियों में स्नान कर दीपदान करते हैं और देवताओं से आशीर्वाद लेते हैं।
काशी में भव्य विश्वनाथ कॉरिडोर और उज्जैन में महाकाल लोक के विस्तार के बाद यहां पहली बार देव दिवाली का त्योहार मनाया जा रहा है। काशी के घाट पर आज 10 लाख दिए जलाए गए। वहीं क्षिप्रा के तट पर भी लाखों दिए जलाए जाने की तैयारी है। इसके अलावा राजस्थान के पुष्कर में भी भारी संख्या में विदेशी सैलानी इस खास मौके पर आए हैं।