इटावा जनपद में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से मासूम बच्चे की जान चली गई, इटावा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा जांच के आदेश दिए हैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया, कि ऐसे फर्जी व अवैध हॉस्पिटल पर कठोर कार्रवाई की जाएगी, यह ताजा ही मामला कल का है जो चंद्रा हॉस्पिटल में उपचार के दौरान एक मासूम बच्चे की मौत हुई थी पीड़ित परिवार के द्वारा आरोप लगाया गया है कि झोलाछाप कर्मचारियों की वजह से उनके बेटे की जान गई है पीड़ित परिवार के द्वारा इटावा के आला अधिकारियों से चंद्रा हॉस्पिटल पर कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
भरथना चौराहे पर स्थित चंद्रा हॉस्पिटल के अंदर जब पुलिस ने जाकर देखा तो वहां पर हॉस्पिटल के जैसी कोई सुविधाएं उपलब्ध नहीं है अगर मान लीजिए चंद्रा हॉस्पिटल मे आग जैसी समस्याएं पैदा होती है तो वहां पर आग बुझाने के लिए कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है अब देखना यह होगा कि ऐसे हॉस्पिटल पर इटावा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं।
ऐसे अवैध अस्पतालों पर कौन अधिकारी करेगा कार्रवाई या ऐसे ही गरीब व असहाय लोग इन अवैध अस्पतालों के शोषण का शिकार होते रहेंगे। जहां पर ऑपरेशन तो होत